Eye Care Tips: नींद दिल, दिमाग और बॉडी के सभी अंगों को रिफ्रेश करने का काम करती है. यदि नींद डिस्टर्ब है तो कई तरह की बीमारियां बॉडी में घर बना लेती है. हाइपरटेंशन, एंग्जाइटी, डिप्रेशन, मोटापा, डायबिटीज इनमें से हैं. फिट रहने के लिए सोना बहुत ही जरूरी होता है. आमतौर पर जब सुबह में सोकर उठते हैं तो आंखों पर गंदगी यानि कुछ कीचड़ जैसा जमा होता है. आमतौर पर व्यक्ति चेहरा धोकर साफ कर लेता है या फिर हाथों से पौंछ लेता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस गंदगी को हाथों से साफ कर रहे हैं. वहीं गंदगी आंखों में गंभीर इन्फेक्शन की जड़ हो सकती है. जानने की कोशिश करते हैं कि आंखों में जमा गंदगी क्या नुकसान करती है?
क्या होती है गंदगी
सुबह के समय आंखों में जमा होने वाली गंदगी को कुछ लोग आंखों का कीचड़ भी कहते हैं. ये कीचड़ कोशिकाओं से निकली पपड़ी, म्यूकस, स्किन से निकला तेल, नींद के समय आने वाले आंसुओं से मिश्रण से ये तैयार होता है. ये इस बात का इंडिकेशन होता है कि आंखें पूरी तरह स्वस्थ्य होती हैं.
रात में ही क्यों होता है जमा
आंखों में जमने वाली ये गंदगी रात में ही क्यों जमा होती है. इसके पीछे भी एक लॉजिक छिपा हुआ है. दरअसल, दिन भर में बार बार पलक झपकने और आने वाले आसुओं से गंदगी साफ होती रहती है. रात के समय ऐसा कोई प्रोसेस नहीं होता है. ग्रेविटी फोर्स काम करने के कारण यह पलकों के किनारों पर ही जमा होने लगता है.
मगर ऐसा है तो समस्या गंभीर
आंखों से कीचड़ बाहर आता है. उसका रंग सफेद और कुछ कुछ क्रीम कलर का होता है. मगर इसका रंग चेंज हो रहा है तो ये आंखों के बीमार होने का इंडिकेशन है. बैक्टीरियल कजंक्टिवाईट्स, आंखों में किसी तरह का संक्रमण, एलर्जी होने या और परेशानी होने पर गंदगी का रंग बदल जाता है. आंखों में चिपकन की समस्या हो जाती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.