नॉर्थ इंडिया में गर्मी ने बुरा हाल करके रखा हुआ है. खासकर राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर जिले में जिस तरह की भीषण गर्मी पड़ रही है वह कई साल के रिकॉर्ड तोड़ सकती है. सूरज की तपिश की वजह से लोगों को स्किन से लेकर आंख से जुड़ी बीमारी हो रही है. आपको जानकार हैरानी होगी कि बारमेर में बालू वाली आंधी और तेज धूप के कारण आंख में होने वाली गंभीर बीमारी टेरेजियम का खतरा दिन पर दिन बढ़ रहा है. आंखों से जुड़ी इस बीमारी का खतरा लोगों में तेजी से बढ़ रहा है. 


भीषण गर्मी पड़ने के कारण लोगों के बीच यह बीमारी फैल रही है


गर्मी के दिनों में आंखों में जलन, चुभन, आंख लाल होना, दर्द करना आम समस्या है.लेकिन इन दिनों गर्मी में लोगों के स्किन ड्राई होने के साथ-साथ आंखों में भी सूखापन आ जाता है. जिसके कारण आंखों में इंफेक्शन होने लगता है. इसलिए अक्सर डॉक्टर कहते हैं कि आंखों की साफ-सफाई के साथ इसकी देखभाल की जरूरत है. राजस्थान के बाड़मेर और जैसलमेर में टेरेजियम के कई केसेस सामने आए हैं. इसे आंख का नथुना भी कहते हैं. डॉक्टर बताते हैं कि भीषण गर्मी पड़ने के कारण यह बीमारी लोगों के बीच बढ़े हैं. 


घर से बाहर निकलने से पहले आंखों को सुरक्षित करके हीं निकलें


बाड़मेर के सीनियर आइज स्पेशलिस्ट डॉक्टर शक्ति राजगुरु के मुताबिक टेरेजियम के लक्षण कुछ इस तरह के होते हैं जैसे- आंखें लाल होना, धुंधला दिखना, जलन, आंख में तेज खुजली होना. अगर समय रहते इसे रोका नहीं गया तो परिणाम और भी खतरनाक हो सकते हैं. आंखों को सूरज की तेज किरणें जैसे-  अल्ट्रावायलेट (पराबैंगनी) किरणें, धूल, हवा और आंखों पर पड़ने वाली तेज रोशनी से रोकना चाहिए. भीषण गर्मी के बीच जब भी घर से बाहर निकलें तो आंखों को प्रोटेक्ट करके ही निकलें. 


आंखों में हो रही है ये बीमारी


डॉक्टर शक्ति राजगुरु के मुताबिक अगर आपको आंख में किसी भी तरह की दिक्कत हो रही है तो वो टेरिजियम बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. इसलिए इससे शुरुआत में ही बचाव करना चाहिए. सूर्य की तेज किरणों से बचने के लिए हमेशा चश्मा लगाकर ही बाहर निकलें. कैप या स्कार्फ का इस्तेमाल हमेशा करें. कार चलाते वक्त खिड़कियां बंद रखें. धूल और मिट्टी से आंखों को हमेशा बचाकर रखें. आंख से जुड़ी समस्या को कभी भी नजरअंदाज न करें और आंख के डॉक्टर को तुरंत दिखाएं. 


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