Eyes Rubbing Effects: हम में से कई लोग समय-समय पर अपनी आंखों को रगड़ते हैं. आंखों में खुजली या किसी और समस्या के चलते हमें आंखों को रगड़ने पर मजबूर होना पड़ता है. लेकिन क्या आपको अपनी आंखों को रगड़ना चाहिए? क्या ऐसा करने से हमारे शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ते हैं? आइए जानते हैं...


दरअसल, आंखों को रगड़ने से इन्फेक्शन, एलर्जी और आंखों से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं. आंखों को रगड़ने से ब्लड सर्कुलेशन और लुब्रिकेशन स्टिमुलेट हो सकता है, जो धूल के कणों और अशुद्धियों को दूर करने में सहायता करता है और आराम प्रदान करता है. आईबॉल को धीरे से दबाने से वेगस नर्व एक्टिव हो सकती है और हृदय की गति कम हो सकती है. इसके अलावा चिंता और तनाव से राहत मिल सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, हर किसी को अपनी आंखों को बार-बार रगड़ने से हमेशा बचना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादा तेजी से आंखों को रगड़ने से इन्हें नुकसान पहुंच सकता है. 


आंखों को ज्यादा रगड़ने से क्या होगा?


1. कॉर्निया को होगा नुकसान: एक्सपर्ट के मुताबिक, आंखों को लगातार रगड़ने से कॉर्निया पर खरोंच आ सकती है, जिससे गंभीर नुकसान भी पहुंच सकता है. गंभीर नुकसान में स्कार टिशू, परमानेंट विजन प्रॉब्लम और अंधापन शामिल है. 


2. इन्फेक्शन: आंखों को रगड़ने से कंजक्टिवाइटिस या गुलाबी आंख जैसे आंखों के इन्फेक्शन भी हो सकते हैं. इस इन्फेक्शन की वजह से आंखों में और ज्यादा खुजली महसूस होने लगती है. डॉक्टरों का कहना है कि कंजक्टिवाइटिस आमतौर पर उंगलियों पर मौजूद बैक्टीरिया और वायरस की वजह से होता है. ये इन्फेक्शन आंखों को छूने पर फैलता है. इससे आंख सूज जाती है और लाल हो जाती है. कई बार आंखों से पानी भी निकलने लगता है. कंजक्टिवाइटिस बहुत संक्रामक होता है. अगर आप इससे संक्रमित किसी व्यक्ति से मिलते हैं तो आप में भी यह संक्रमण आसानी से फैल सकता है. 


3. केराटोकोनस: केराटोकोनस की समस्या तब पैदा होती है, जब आंखों का कॉर्निया पतला होने लगता है. फिर शंकु के आकार में फूल भी जाता है. ये आंखों में धुंधलापन का कारण बनता है और ज्यादा प्रकाश के प्रति संवेदनशील बना देता है. 


4. बहुत ज्यादा हिस्टामाइन: आंखें को बार-बार रगड़ने से शरीर में हिस्टामाइन रिस्पॉन्स तेज हो जाता है. हिस्टामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर होता है, जो मांसपेशियों के संकुचन और ब्लड वैसल्स के फैलाव सहित कई अलग-अलग प्रभावों को पैदा करता है. हिस्टामाइन एलर्जी के लक्षणों को भी बढ़ावा देता है.


5. एलर्जी: आंखों को ज्यादा मलने से एलर्जी भी हो सकती है. ब्लेफेराइटिस की वजह से पलकों में सूजन आ जाती है, क्योंकि ऑयल ग्रंथियां बंद हो जाती हैं. 


6. डार्क सर्कल: लगातार आंखों को रगड़ने से उन लोगों में डार्क सर्कल की समस्या पैदा हो जाती है, जिन लोगों की स्किन का कलर डार्क होता है. 


7. लाल आंखें: आंखों को ज्यादा रगड़ने से कैपिलरी टूट सकती हैं और जख्मी हो सकती हैं. इससे आपकी आंखें लाल हो सकती हैं. इतना ही नहीं, छोटे-छोटे थक्के भी बन सकते हैं.



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