Hearing Loss: उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कई तरह की दिक्कते शुरू हो जाती है. उन्हीं दिक्कतों में से एक है सुनाई कम देना. बढ़ती उम्र के साथ हियरिंग लॉस की समस्या एक आम समस्या है. लेकिन कुछ लोगों को यह प्रॉब्लम कम उम्र में ही झेलना पड़ता है. कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि महिला और पुरुषों में सुनने की समस्या अलग-अलग कारणों की वजह से हो सकती है. हियरिंग लॉस की समस्या को पूरी तरह नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है क्योंकि आगे जाकर इसकी वजह से लोग बहरापन का शिकार हो सकते हैं.
हियरिंग लॉस के लक्षण
हियरिंग लॉस होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं.
तेज में टीवी देखना
तेज आवाज में रेडियो पर गाना सुनना
बातचीत के दौरान सुनने और समझने में दिक्कत होना
कान में हमेशा आवाज आना
बार-बार बात दोहराने के लिए बोलना
फोन पर कम सुनाई देना
हियरिंग लॉस दो तरह के होते हैं
हियरिंग लॉस दो तरह के होते हैं. इसमें कंडक्टिव हियरिंग लॉस और सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस शामिल हैं.
हियरिंग लॉस के कारण
बढ़ती उम्र के साथ हियरिंग लॉस की समस्या होती है. 60 की उम्र के बाद अक्सर लोगों को हियरिंग लॉस की समस्या होती है.
सुनाई कम देने की समस्या जेनेटिक भी हो सकती है.
कान में छेद और खराबी आना
ज्यादा शोर-शराबा के कारण कान में दिक्कत होती है.
मशीन की तेज आवाज से भी खराब हो जाती है
कानों में पस बहने पर भी बहरापन की शिकायत होती है
ईयर कनाल में इंफेक्शन
कान में इंफेक्शन
कान में किसी भी तरह की एलर्जी
कान की हड्डी में दिक्कत
ऑटोइम्यून बीमारी के कारण सुनने की क्षमता कम हो जाती है.