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इस बीमारी से पीड़ित थे फेमस गजल गायक पंकज उधास, फिर अचानक आई निधन की खबर
लंबी बीमारी के बाद पंकज उधास ने 26 फरवरी को अंतिम सांस ली. उनकी बेटी नायाब उदास ने निधन की जानकारी दी है. पंकज उधास के निधन की खबर से म्यूजिक इंडस्ट्री में मातम पसरा हुआ है.
Punkaj Udhas Death: एंटरटेनमेंट जगत से एक बुरी खबर सामने आई है. जाने माने गजल गायक पंकज उदास का 72 साल की उम्र में निधन हो गया है. लंबी बीमारी के बाद पंकज उधास ने 26 फरवरी को अंतिम सांस ली. उनकी बेटी नायाब उधास ने निधन की जानकारी दी है. पंकज उधास के निधन की खबर से म्यूजिक इंडस्ट्री में मातम पसरा हुआ है. हर कोई उनके जाने से गमगीन है और स्तब्ध भी.
इस बीमारी के चलते हुआ निधन
चांदी जैसा रंग है तेरा', 'न कजरे की धार', 'मत कर इतना गुरूर', 'आदमी खिलौना है' से लेकर 'जिएं तो जिएं कैसे' जैसे ढेरों सुपरहिट गाने देने वाले पंकज उधास नहीं रहें. 17 में 1951 को जन्मे पंकज उदास का आज 72 साल की उम्र में निधन हो गया है. बताया जा रहा है पंकज उधास ने ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में 26 फरवरी को सुबह करीब 11 बजे अंतिम सांस ली. खबरों के मुताबिक पंकज उधास को पेनक्रियाज का कैंसर था. हालांकि इस बीमारी की जानकारी सामने नहीं आई और अचानक पंकज उधास के निधन की खबर आ गई. इस तरह अपने पसंदीदा गायक किया अचानक छोड़कर जाने से हर कोई स्तब्ध है. फैंस हैरान भी हैं और दुखी भी. इस खबर के सामने आने के बाद से संगीत जगत में मातम पसरा हुआ है. इस तरह एक लीजेंडरी सिंगर का चले जाना हर किसी की आंखें नम कर रहा है. लोग अपने पसंदीदा गायक को श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
इसलिए खतरनाक है कैंसर की बीमारी
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो तब होती है जब सेल्स एब्नॉर्मल तरीके से बढ़ने लगते हैं. कैंसर की बीमारी जानलेवा है लेकिन अगर इसका सही समय पर यानी फर्स्ट स्टेज पर पता चल जाए तो इलाज संभव है. अमूमन कैंसर के सिंपटम्स बहुत ही सामान्य से दिखने वाले होते हैं यही वजह है कि समय रहते इस खतरनाक बीमारी के बारे में पता नहीं चल पाता. कैंसर शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्सों में फैलता है. कैंसर के शुरुआती लक्षणों को अगर पहचान लिया जाये तो इसे खतरनाक स्थिति तक पहुंचने से रोका जा सकता है. इसके शुरुआती लक्षणों को जानने के बाद इसके उपचार में आसानी होती है.
क्या होता है पैंक्रियाटिक कैंसर
पैनक्रिएटिक कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो पैंक्रियाज में सेल्स की ग्रोथ के साथ शुरू होता है. पैंक्रियाज पेट के निचले भाग के पीछे स्थित होता है. यह एंजाइम बनाता है जो भोजन पचाने में मदद करता है और हार्मोन बनाता है जो ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद करता है. पैंक्रियाज के कैंसर का सबसे आम प्रकार पैंक्रियाज डक्टल एडेनोकार्सिनोमा है. ये प्रकार उन सेल्स में शुरू होता है जो पैंक्रियाज से डाइजेस्टिव एन्जाइम्स को बाहर ले जाने वाली डक्ट को पंक्तिबद्ध करती हैं.
पैंक्रियाटिक कैंसर के लक्षण
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पेट का दर्द जो बाजू या पीठ तक फैलता है
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भूख में कमी
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वजन घटना
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त्वचा और आंखों के सफेद भाग का पीला पड़ना, जिसे पीलिया कहा जाता है
- हल्के रंग का या तैरता हुआ मल
- गहरे रंग का पेशाब.
- खुजली
- हाथ या पैर में दर्द और सूजन, जो रक्त के थक्के के कारण हो सकता है
- थपेट का दर्द जो बाजू या पीठ तक फैलता है.
- भूख में कमी
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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