नई दिल्ली: अक्सर कई लोगों को सांस फूलने की बीमारी होती है. जिसे वे नजरअंदाज कर देते हैं. अगर आपको भी ऐसी कोई बीमारी है तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें. इससे आपका हार्ट फेल या फिर सीएओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) का संकेत भी हो सकता है. जानिए ये बीमारी कितने प्रकार की होती है और इसके क्या लक्षण होते हैं.


डायस्पनिया प्रॉब्‍लम- जल्दी-जल्दी सांस लेने या सांस फूलने को मेडिकल साइंस में डायस्पनिया कहा जाता है, जिसमें चेस्‍ट में बेहद हार्डनेस फील होती है और दम घुटता है.


हार्ट या लंग्‍स की समस्‍या- सांस फूलना आमतौर पर हार्ट या लंग्‍स से संबंधित बीमारी का संकेत है, क्योंकि दोनों अंग रे‍स्पिरेटरी सिस्‍टम से काफी नजदीकी रूप में जुड़े हुए हैं.


हाई ब्‍लडप्रेशर भी एक कारण- एक रिसर्च में पता चला है कि कई बार हाई ब्लड प्रेशर की वजह से भी सांस लेने में दिक्कत होती है. इसके लिए डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करें.


हो सकता है हार्ट फेल- एक शोध के मुताबिक सांस फूलने की समस्या अगर छह हफ्ते या उससे अधिक समय तक जारी रहे, तो फौरन डॉक्‍टर की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि यह हार्ट फेल या फेफड़े की बीमारी का सिम्‍टम भी हो सकता है.


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