'हार्ट फेल' एक गंभीर मेडिकल कंडिशन है... कोई भी इंसान इससे तब गुजरता है जब उसका दिल ठीक से काम नहीं करता है. मेडिकल लैंग्वेज में समझे तो दिल, शरीर के जरूरत के हिसाब से ब्लड पंप नहीं कर पाता है तो हार्ट फेल होने लगता है. आसान भाषा में समझे तो इसका साफ मतलब है कि दिल ठीक तरीके से फंक्शन नहीं कर पा रहा है.


हार्ट फेल होने से पहले शरीर को मिलते हैं ये संकेत


हार्ट फेल्योर के लक्षणों के बारे में बात करें तो इसके शुरुआती लक्षण हो सकते हैं-  सांस की तकलीफ, थकान और लगातार दिल का धड़कना. पैरों में सूजन. दिल ठीक से काम नहीं कर रहा है तो इसके आम कारण होते हैं क्रोनरी आर्टरी की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, या दूसरी पुरानी तरह की बीमारी. उम्र के साथ जैसे-जैसे दिल कमजोर होने लगता है तो यह शरीर के जरूरत के हिसाब से ब्लड पंप नहीं कर पाता है. जिसके परिणामस्वरूप शरीर के ऑर्गन और टिश्यूज, सेल्स में सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाते हैं. हालांकि डॉक्टर्स और हार्ट स्पेशलिस्ट के मुताबिक जब दिल से जुड़ी बीमारी आपके शरीर में दस्तक देती है तो वह कई संकेत शरीर को भेजता है. चाहे वह हार्ट फेल होने से पहले या हार्ट अटैक होने से पहले दिल शरीर को सिग्नल देने लगता है. लेकिन अक्सर लोग इसे अनदेखा कर देते हैं. लोगों को लगता है कि यह मामूली थकावट है वह आराम करेंगे तो ठीक हो जाएगा. 


पैरों में सूजन भी दिल की बीमारी के शुरुआती लक्षण हैं


इंडिया टीवी इंग्लिश पॉर्टल में छपी खबर के मुताबिक मेदांता अस्पताल के सीनियर हार्ट स्पेशलिस्ट विशेषज्ञ डॉ. नकुल सिन्हा कहते हैं कि दिल फेल्योर होने से पहले शरीर को कई तरह से चेतावनी भेजती है कि आप मुसीबत में है, लेकिन अक्सर मरीज हमें यही कहता है कि हमें पता नहीं चला. वह इसे गंभीरता से लेते ही नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि दिल की विफलता के कुछ शुरुआती संकेत थकान, सांस फूलना, सामान्य व्यक्तिगत और व्यावसायिक काम करने में असमर्थता, बिना कारण वजन बढ़ना और पैरों में सूजन हैं, जो दिल की परेशानी के शुरुआती लक्षण हैं. उन्होंने कहा,ऐसे कैसे भी लक्षण को अपने शरीर में दिखाई देते हैं तो उसे तुरंत ठीक करने का प्रयास करें. कार्डियक अरेस्ट अचानक होता है लेकिन दिल में परेशानी धीरे-धीरे बढ़ती है और शुरुआती चरण में ही इसका पता लगाया जा सकता है.


दिल की बीमारी का शुरू में पता नहीं चलता


एक दूसरे दिल की बीमारी से स्पेशलिस्ट डॉ. मंसूर हसन ने कहा,'कंजेस्टिव हार्ट फेल एक ऐसी स्थिति है जहां हृदय रक्त को उतनी कुशलता से पंप करने में असमर्थ होता है जितनी उसे करना चाहिए. कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर का अब तक कोई विशिष्ट लक्षण नहीं है. लेकिन आपको अपने शरीर में कुछ ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं जो कई दिनों या हफ्तों से परेशान कर रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. डॉक्टर कहते हैं कि दस साल पहले मुझे सीने में दर्द हुआ था. दर्द के एक घंटे के भीतर ही मुझे स्टेंट लगा और मैं 86 साल की उम्र में आपके सामने हूं. डॉक्टरों ने कहा कि हृदय संबंधी समस्याओं का शीघ्र निदान और उपचार खुद को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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