Fatty Liver: फैटी लिवर के कारण हो सकती है गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं, जानिए कैसे रखें इसे हेल्दी
फैटी लिवर की समस्या को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है. यह एक बीमारी कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है. फैटी लिवर की वजह से डायबिटीज से लेकर हार्ट अटैक तक का खतरा रहता है.
फैटी लिवर की समस्या को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है. यह एक बीमारी कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है. फैटी लिवर की वजह से डायबिटीज से लेकर हार्ट अटैक तक का खतरा रहता है. इसलिए समय रहते जान लें कि फैटी लिवर आपके लिए कितना खतरनाक है और इससे कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं.
आजकल अधिकतर लोग फैटी लिवर की समस्या से परेशान हैं. अगर आप डॉक्टर के पास भी जाते हैं तो वो यही कहते हैं कि हर 10 में से 8 लोगों को फैटी लिवर है. लेकिन फैटी लिवर को हल्के में लेना आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. फैटी लिवर का कारण खराब लाइफस्टाइल को माना जाता है. जिसमें अनहेल्दी खाना, कम वर्कआउट और शराब-सिगरेट का अधिक सेवन फैटी लिवर की समस्या का कारण बनता है. फैटी लिवर सिर्फ एक बीमारी नहीं है बल्कि ये एक मकड़ी के जाल की तरह है जिसमें हमारे शरीर के सभी अंग एक-एक करके फंसते चले जाते हैं. जानिए फैटी लिवर किस तरह दिल किडनी और दिमाग के फंक्शन को प्रभावित करता है.
फैटी लिवर कितना खतरनाक है? भारत के जाने-माने गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. सरीन का कहना है कि अगर लिवर में 5 फीसदी से ज्यादा फैट है तो समझ लीजिए कि फैटी लिवर की समस्या है. अब फैटी लिवर का मतलब समझना जरूरी है. लिवर में एक सेल होती है जो आप जो भी खाते हैं उसे इंसुलिन के साथ पचाती है और शुगर को एनर्जी में बदलती है. अगर लिवर में फैट है तो इंसुलिन को सेल में जाने में दिक्कत होती है. ऐसे में शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और शरीर को ज्यादा इंसुलिन की जरूरत होती है. इसके लिए पैंक्रियाज को ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी. जब पैंक्रियाज 5-10 साल तक हर दिन ज्यादा इंसुलिन बनाएगा.
यह भी पढ़ें: शाम के वक्त होता है तेज़ सिरदर्द है? तो हो सकती है ये गंभीर बीमारी
फैटी लिवर डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण
धीरे-धीरे इंसुलिन बनाने वाला पैंक्रियाज थक जाता है. अगर इंसुलिन कोशिकाओं तक नहीं पहुंचेगा तो उस व्यक्ति को एनर्जी नहीं मिलेगी. फैटी लिवर डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण है जब पैंक्रियाज थक जाता है और इंसुलिन नहीं बना पाता तो आप डायबिटीज के शिकार हो जाएंगे। इसलिए डायबिटीज लिवर से जुड़ी बीमारी है. फैटी लिवर की वजह से जब लिवर फैट से भर जाता है तो आपके खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है. कुछ लोग कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए दवाइयां लेना शुरू कर देते हैं.
यह भी पढ़ें: फेफड़े के कैंसर के मरीजों के लिए यह है खास उपाय, मिलेगा तुरंत फायदा
फैटी लिवर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है
लेकिन सवाल यह है कि खून में हाई कोलेस्ट्रॉल क्यों होता है? जब आपका लिवर फैट से भर जाता है, तो वह फैट आपके खून में चला जाता है. वही फैट आपके खून में घूमता रहता है. जब वह फैट धमनियों में जमा हो जाता है, तो धमनियां सख्त होने लगती हैं. तब आपको ब्लड प्रेशर की बीमारी हो जाती है. अगर यह फैट हार्ट में जमा हो जाए, तो आपको हार्ट अटैक आ सकता है. अगर यह फैट ब्रेन में जमा हो जाए, तो इससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा हो सकता है. अगर फैट पित्ताशय में चला जाए, तो वहां पथरी बन जाती है। अगर फैट किडनी में चला जाए, तो किडनी का फंक्शन प्रभावित होता है. इसलिए फैटी लिवर शरीर में पनपने वाली सभी बीमारियों की मुख्य जड़ है.
लिवर को कैसे स्वस्थ रखें?
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 1 घंटा एक्सरसाइज जरूर करें. इससे लिवर का फंक्शन बेहतर होता है और शरीर स्वस्थ रहता है. लिवर को स्वस्थ बनाने के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाएं. डाइट में हरी सब्जियां शामिल करें। हमेशा भूख से थोड़ा कम खाएं. शराब और सिगरेट से दूर रहें। इससे लीवर पर बुरा असर पड़ता है.
यह भी पढ़ें: हर तीन में से एक बच्चे की आंखें हो रही खराब, हो जाएं सावधान, वरना...
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )