अमेरिकी नोडल एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कोविड-19 का इलाज या रोकथाम के लिए दवा के तौर पर इस्तेमाल में आइवरमेक्टिन के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है. दरअसल जुएं मारनेवाली दवा अस्पताल में भर्ती कोविड-19 मरीजों की मौत के खतरे को 80 फीसद तक कम कर सकती है. कोविड-19 का इलाज करने के लिए लीवरपुल यूनिवर्सिटी के वायरोलोजिस्ट डॉक्टर एंड्रयू हिल ने ये दावा किया था. उन्होंने 'आइवरमेक्टिन' दवा को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में 'परिवर्तनकारी' भी बताया था.


हालांकि दूसरे वैज्ञानिकों ने इस खोज पर संदेह जताते हुए संभावित इलाज के तौर पर इस्तेमाल से पहले ज्यादा डेटा की मांग की थी. अब, अमेरिकी नोडल एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है.


आइवरमेक्टिन के खिलाफ FDA ने जारी की सख्त चेतावनी


एक बयान में उसने कहा है कि कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने के लिए आइवरमेक्टिन की सिफारिश नहीं की जाती है. उसने कहा, "इंसानों में कोरोना लक्षणों की रोकथाम के लिए दवा को मंजूर नहीं किया है." उसने अमेरिका में कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित राज्य मिसिसीपी में आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल पर प्रति सख्त टिप्पणी की. कई लोगों को वायरल बीमारी का इलाज करने के लिए दवा का इस्तेमाल करते हुए पाया गया था. दवा को इंसानों और जानवरों जैसे गाय, घोड़ा के लिए सिर्फ परजीवी रोधी उपचार के तौर पर मान्यता मिली हुई है, मगर मिसिसीपी के जहर नियंत्रण केंद्र के लिए दवा की मांग में बढ़ोतरी चिंता का विषय बन गई है.  


कोरोना के इलाज की खातिर लोगों की गोली में बढ़ी है रुचि


इंसानों के लिए विकसित दवा मवेशियों के लिए बनी दवा से अलग है. जानवरों को ज्यादा खुराक में दवा दी जाती है. मिसिसीपी के स्वास्थ्य विभागन ने सोमवार को जारी अलर्ट में कहा कि ये लोगों लिए जहरीली है और गंभीर नुकसान का कारण बन सकती है. एजेंसी के मुताबिक, जरूरत से ज्यादा आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल से मरीजों को मतली, उल्टी, डायरिया, लो ब्लड प्रेशर, एलर्जी, चक्कर, दौरा, कोमा और मौत भी हो सकती है. राज्य के जहर नियंत्रण केंद्र ने बताया कि पशुओं के लिए विकसित गोली निगलने के बाद आवरमेक्टिन के संभावित जहर से कम से कम दो लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है.


हाल के दिनों में लोगों की दवा में दिलचस्पी बढ़ी है क्योंकि कोरोना का डेल्टा वेरिएन्ट कोविड-19 के ट्रांसमिशन दर को बढ़ाने का कारण बना है और वैक्सीन लगवा चुके लोगों के बीच संक्रमित होने की चिंता भी बढ़ी है. एजेंसी का कहना है कि आवरमेक्टिन इंसानों में परजीवी कीड़ों के खिलाफ गोली की शक्ल में इस्तेमाल की जाती है. आइवरमेक्टिन की दूसरी शक्ल घोड़ों और गायों में परजीवी का इलाज करने और कुत्तों के लिए दिल की धड़कन की दवा के तौर पर है. स्थानीय तौर पर दवा जूं और स्किन की समस्या जैसे रोसैया के लिए इस्तेमाल की जाती है.  


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