नई दिल्ली: क्या आप भी कंट्रासेप्टिव पिल्स लेते हैं. अगर हां, तो आपको थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि एक मामला ऐसा सामने आया है जिसमें कहा जा रहा है कि कंट्रासेप्टिव पिल्स लेने से एक महिला की मौत हो गई है.


क्या है मामला-
20 साल की लीगल सेक्रेटरी ऐबे पारकस की फेफड़ों में खून जमने के कारण मौत हो गई और इसका कारण कुछ हद तक कंट्रासेप्टिव पिल्स माना जा रहा है. एक्सपर्ट का मानना है कि कंट्रासेप्टिव पिल्स लेने से मौत होना उनकी कल्पना है और अभी तक इसे वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं किया गया है. लेकिन ये सच है कि कंट्रासेप्टिव पिल्स ब्लड क्लोटिंग यानी खून जमने के खतरे को बढ़ा देता है.


अब तक हुई 550 मौत-
मेडिकल एंड हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) के मुताबिक, 1963 से लेकर अब तक कंट्रासेप्टिव पिल्स लेने से 550 महिलाओं की मौत हो चुकी है यानी लगभग एक साल में दस से ज्यादा महिलाओं की मौत. सबसे ज्यादा मौतें पिल्स का अधिक उपयोग होने के दौरान हुई थी. 1970 और 1977 में 21 मौतें हुई थी, जब ये पिल्स शुरू ही हुई थीं और 2011 में 11 और 2014 में 13 मौतें हुईं.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
Seeds Of Innocence Infertility & IVF Centre की आईवीएफ और गायनो स्पेपशलिस्ट डॉ. गौरी अग्रवाल
से इस बारे में जब एबीपी न्यूज़ ने बात की तो डॉक्टर का कहना था कि कंट्रासेप्टिव पिल्स से डेथ होना पॉसिबल है. खासतौर पर उस समय जब आपने ठीक से पेशेंट की हिस्ट्री की जानकारी ना ली हो. पेशेंट को अगर पहले से माइग्रेन, लीवर डिजीज़ हो, पेशेंट कोई टैबलेट पर हो, उसे टी.बी, कैंसर या कोई इंफेक्शन हो या अन्य कोई गंभीर बीमारी हो तो ये रिस्क और बढ़ जाता है. अगर पेशेंट की प्रॉपर हिस्ट्री देखें बिना उन्हें ओरल कंट्रासेप्टिव पिल्स देंगे तो एम्बोलिज़म यानि दिल के रोग हो सकते हैं. ब्लड क्लोटिंग हो सकती है. स्ट्रोक पड़ सकता है. या इसी तरह की कोई अन्य कंडीशन हो सकती है.


पिल्स से होते हैं साइड इफेक्ट्स-
MHRA डाटा के मुताबिक, पिल्स लेने से हार्मोंस में 27,000 खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते है. 9,000 से 13,000 महिलाओं के अंदर ऐसे साइड इफेक्ट्स देखने को मिले है.

क्या कहना है पारकस की मां का-
कानूनी जांच के दौरान पता चला था कि पारकस की मौत पिछले साल अगस्त में पिल्स खाने से हुई थी जिसके कारण उसका खून जमने लगा था.


ऐबे पारकस की 43 साल की मां अमांदा पारकस का कहना है कि पिल्स के खतरे के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं दी गई थी इसलिए उन्होनें आगे और टेस्ट करवाएं ताकि वो पिल्स से होने वाले साइड इफेक्ट्स  और खतरे को जान सकें. उनका कहना ये भी है कि डॉक्टर्स को समय से पहले खतरे के लिए चेतावनी देनी चाहिए थीं.