अब ये Camel Flu क्या है? FIFA World Cup पर भी उसका खौफ दिख रहा है
Camel Flu : कतर में फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है. इससे दुनिया में कैमल फ्लू फैलने का खतरा हो गया है. मिडिल ईस्ट यात्रा करने जा रहे लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है.
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Camel Flu Symptoms: कोविड के कहर से दुनिया थर्रा गई थी. करोड़ों लोग इस वायरस की चपेट में आ गए. लाखों लोगों ने दम तोड़ दिया. कोविड के बाद से दुनिया नए-नए वायरस से रूबरू हो रही है. अब एक और वायरस साइंटिस्ट के लिए सिर दर्द बनकर उभरा है. कतर में फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है. इसी देश से पूरी दुनिया में इसके फैलने का खतरा बना हुआ है. आइए जानते हैं कि क्या है ये वायरस और क्यों पूरी दुनिया की निगाह अब कतर और फीफा वर्ल्ड के कारण इस वायरस के फैलने पर टिकी हुई हैं?
पहले कैमल फ्लू को जानिए
डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस का म्यूटेशन बेहद तेज है. दवा के असर और बॉडी के इम्यून सिस्टम को देखते हुए वह खुद का रूप बदल लेता है. कैमल फ्लू भी कोविड वायरस का ही रूप है. यह कैमल से लोगों में गया और बाद में एक दूसरे के संपर्क में आकर तेजी से पफैलता गया. अब इसका खतरा पूरी दुनिया में मंडराने लगा है.
कतर से खतरा क्यों?
डॉक्टरों ने बताया कि कतर रेगिस्थानी एरिया है. यहां काफी संख्या में ऊंट पाए जाते हैं. यह वायरस ऊंटों में ही मिलता है. ऊंटों से ही यह वायरस लोगों में पहुंचता है. कतर में फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है. दुनिया भर से लोग वर्ल्ड कप देखने पहुंच रहे हैं. लोग ऊंटों की सवारी करेंगे और उन्हें छूएंगे. ऐसे में सीधे तौर पर यह वायरस लोगों को अपनी चपेट में लीे सकता है. फीफा वर्ल्ड के लिए कतर जाने वाले यात्रियों को सफारी और सवारी के दौरान ऊंटों को नहीं छूने की सलाह दी गई है.
क्या हैं इसके लक्षण
व्यक्ति से व्यक्ति मेें जाने वाले इस वायरस के संपर्क में आते ही कई तरह के लक्षण दिखते हैं. सांस लेने में परेशानी होने लगती है. बुखार, सूंखी खांसी, गले में अधिक खराश देखने को मिल सकती है. स्थिति खराब होने पर निमोनिया बन सकता है. कुछ लोगों में डायरिया और पेट संबंधी दिक्कत आ जाती हैं. इससे अस्पताल में भर्ती होने की नौबत तक आ जाती है. कई गंभीर मामलों में मौत तक हो जाती है.
दुनिया इसे मर्स के नाम से जानती है
दुनिया इस वायरस को मर्स मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम के नाम से भी जानती है. यह वायरस वर्ष 2012 में सउदी अरब में पैदा हुआ और बाद में मिडिल ईस्ट देशों में फैल गया. यह वायरस कोरोना परिवार से ही जुड़ा है. डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है. मीडिल ईस्ट देशों से कोई व्यक्ति यात्रा करके आ रहे हैं तो उसे सबसे पहले कोविड की आरटीपीसीआर जांच कराने की जरूरत है. यदि खांसी, बुखार, जुखाम, गले में खराश जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो बिना देर किए जांच करानी चाहिए.
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