Viral Fever: कभी बारिश कभी गर्मी और थोड़ी सर्दी. यह सब बीमारी को न्यौता देने वाले मौसम हैं. बारिश से जगह-जगह जलभराव है. इससे डेंगू व मलेरिया का खतरा बढ़ गया है. वही गर्मी और हो रही हल्की सर्दी से वायरल फीवर ने पैर पसार लिए हैं. उधर दिल्ली समेत अन्य राज्यों में डेंगू भी अपना कहर बरपा रहा है. जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, वे तेजी से इन बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. घर और बाजार में बिकने वाले सब्जियां व फलों के रूप में ऐसी औषधियां मौजूद हैं, जिन्हें खाकर आप तंदुरुस्त रह सकते हैं अगर डेली लाइफ में इनका सेवन किया जाए तो दवा की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.
लहसुन
ये इम्यूनिटी बढ़ाने वाला है. यह सूजन, बुखार, गले में खराश को खत्म करता है. एंटीमाइक्रोबियल और एंटिफंगल गुण खराब कीटाणुओं और टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं. गर्म पानी के साथ लहसुन की दो पुती खाने पर कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लडप्रेशर, जोड़ों के दर्द, हार्ट के लिए लाभ होता है.
गिलोय
गिलोय के पत्तों का जूस या पानी (Giloy juice) नियमित रूप से पीने से वायरल फीवर नहीं होते है. डेंगू होने पर प्लेटलेट्स उतनी तेजी से नहीं घटती. डेंगू के बुखार का संकट टलता है. गिलोय के पत्तों को उबालकर फिर उसे छानकर पिया जा सकता है.
पपीते के पत्ते
प्लेटलेट्स (platelets) बढ़ाने में पपीते के पत्तों का रस एक बेहतरीन इलाज है. 2009 में मलेशिया में हुई रिसर्च में सामने आया कि डेंगू के बुखार में पपीते (papaya) का पत्ता एक शानदार औषधि है. इसे नियमित तौर पर पीना चाहिए.
कीवी में विटामिन-सी (Vitamin C), विटामिन-ई और पॉलीफिनॉयल होता है. रोजाना एक कीवी सुबह-शाम खाने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ती हैं. इससे कॉलेस्ट्रॉल (Cholestrol) भी कंट्रोल में रहता है. डेंगू के सीजन में कीवी की मांग में बढ़ोत्तरी हो जाती है.
अनार
अनार (Pomegranate) भरपूर न्यूट्रिशन वाला फल है. इसमें आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है. यह हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ाने का काम करता है. अनार का जूस घर पर तैयार कर पी सकते हैं. बाजार में जूस अपने सामने निकलवाकर पिए. रखा हुआ जूस बिल्कुल नहीं पीना चाहिए.
चुकंदर
चुकंदर को Beetroot कहा जाता है. इसमें भरपूर एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. इसका यदि रोज खाया जाए तो हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से बढ़ती है. इसका ताजा जूस रोगी को फायदा पहुंचाता है. घर पर सलाद या सब्जी बनाकर भी खा सकते हैं.
दही
दही में लैक्टिक एसिड पाया जाता है. इसमें पाया जाने वाला बैक्टीरिया भोजन पचाने में मददगार होता है. यह इम्यून सिस्टम को अच्छी तरह से काम करने में मदद करता है। यह एक प्रोबायोटिक के रूप में काम करता है.