Vaccination after Coronavirus: कोविड के केस जरूर कम हो गए हैं, लेकिन खतरा टला नहीं है. लोग सामान्य जीवन जी रहे हैं. इसके पीछे बड़ी वजह है केंद्र सरकार का वैक्सीनेशन अभियान. देश के करोड़ों लोगों को वैक्सीन लगने के बाद उनकी इम्यून पावर इतनी मजबूत हो गई है कि अब उन्हें कोरोना वायरस असर नहीं कर रहा है. लेकिन इस वैक्सीनेशन के बाद कुछ लोग परेशानियों से भी जूझे. 


वैक्सिनेशन के बाद यह दिखे लक्षण
कोविड के दौरान और वैक्सीनेशन के बाद एक स्टडी की गई, यह स्टडी करीब 56 हजार लोगों पर हुई. वैक्सीन लगने के बाद जो कॉमन सिम्पटम रहे, उनमें छींक अधिक आना, खांसी,जुकाम और पेट संबंधी गड़बड़ी की शिकायत अधिक देखने को मिली. छींक आने पर तो शोधकर्ताओं ने कोविड जांच तक कराने की सलाह दी.


पेट की गड़बड़ी भी देखने को मिली
जो डाटा इकट्ठा किया गया, उसके अनुसार कोविड की चपेट में आने के बाद डायरिया यानी पेट खराबी की समस्या दूसरों से अधिक देखने को मिली. इस साल के शुरुआत में यह लक्षण सबसे ज्यादा रिपोर्ट किए गए हालांकि इसके पीछे एक बड़ा कारण डेल्टा व ओमीक्रोन वायरस का होना रहा.


हर वैरिएंट के साथ घटते गए लक्षण
कोरोना लगातार अपना वेरिएंट बदलता रहा. ओमिक्रोन और डेल्टा अधिक खतरनाक रहा.  कोरोना होने के बाद अधिकांश लोगों को डायरिया रहा. कम उम्र वालों में यह 2 से 3 दिन तक रहा जो थोड़े अधिक उम्र वाले रहे, उनमें 7 दिन तक यह लक्षण देखने को मिले. स्टडी में एक बात और सामने आई कि कोरोनावायरस के लक्षण प्रत्येक वेरिएंट के साथ कम होते चले गए. वेव के दौरान पांच में से एक व्यक्ति में डायरिया देखने को मिला जो लोग 65 साल की उम्र से कम के थे, उनकी संख्या 10 में से 3 थी. जबकि जो लोग 65 से अधिक उम्र के थे वह 10 में से 4 चपेट में आए


खांसी, जुकाम, थकान जैसे भी दिखे लक्षण
वैक्सीन के बाद बहुत सारे लोगों ने अलग-अलग परेशानियां होने की बात कही. स्टडी में जो सामने आया उनमें नाक का बहना यानी रनी नोज, सिर में दर्द, गले में दर्द और लगातार खांसी का रहना, कॉमन symptoms रहा यह लक्षण उन लोगों में सामने आए जो व्यक्ति कोविड की डबल डोज लगवा चुके थे हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि यदि बार-बार लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत ही कोविड-19 कराने की जरूरत है.


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