Micro Break Benefits : आजकल महिलाओं की लाइफ काफी बिजी चल रही है. कई-कई महिलाओं को घर और ऑफिस दोनों का काम देखना पड़ता है. नॉन स्टॉप काम करने का बुरा असर सेहत पर पड़ सकता है. इससे स्ट्रेस और डिप्रेशन बढ़ सकता है, गंभीर रुप से बीमार हो सकती हैं. इन सभी परेशानियों से बचाने का काम 'माइक्रो ब्रेक' कर सकता है. यह आपको रिचार्ज करने का काम करता है, फोकस और क्षमता दोनों को बढ़ाता है.
माइक्रो ब्रेक क्या होता है
माइक्रो ब्रेक छोटा-छोटा ब्रेक होता है, जो काम के बीच लिया जाता है. यह सिर्फ 5 मिनट का होता है लेकिन फिर से रिचार्ज कर देता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लंबे ब्रेक या वीकेंड के भी कहीं ज्यादा फायदेमंद माइक्रो ब्रेक है, जो फिजिकली और मेंटली फिट रखने का काम करता है.
माइक्रो ब्रेक के फायदे
1. फोकस-कार्यक्षमता बढ़ती है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, माइक्रो ब्रेक फोकस और काम करने की क्षमता दोनों को बढा़ने का काम करता है. ब्रेक में म्यूजिक सुनें या दोस्तों से बातें करें. इसका फायदा देखने को मिलेगा.
2. तनाव-डिप्रेशन होगा दूर
ज्यादातर महिलाएं हर काम को समय पर पूरा करने का प्रेशर लेकर चलती हैं. इससे तनाव और डिप्रेशन दोनों हो सकता है. ऐसे में 5 मिनट का ब्रेक राहत दिला सकता है. यह दिमाग को रिलैक्स बनाता है.
3. क्रिएटिविटी बढ़ेगी
लगातार काम करते-करते थक जाने के बाद क्रिएटिविटी को भी नुकसान होता है. दिमाग सही तरह सोच नहीं पाता है. ऐसे में माइक्रो ब्रेक क्रिएटिविटी को बढ़ाने का अच्छा उपाय है. इससे दिमाग नए और फ्रेश तरीके से सोच पाता है.
4. दिल की सेहत दुरुस्त रहती है
नॉन स्टॉप काम करने से एनर्जी भी लो हो जाती है. ऑफिस में सीटिंग जॉब काफी दिक्कतें पैदा कर सकती है. ऐसे में माइक्रो ब्रेक लेकर मूवमेंट करें. इससे दिल और दिमाग सही रहेगा. डायबिटीज जैसी बीमारियां भी हीं होंगी.
माइक्रो ब्रेक कितनी-कितनी देर में लें
साइकोलॉजिस्ट के अनुसार, माइक्रो ब्रेक क्रिएटिविटी को बढ़ाने का काम करता है. इससे थकान कम होती है. कुछ मिनट का ब्रेक लेकर स्ट्रेच करना, टहलना या काम से अलग की बातें आपको रिचार्ज कर सकती है. हर 60 मिनट यानी 1 घंटे में कम से कम दो बार माइक्रो ब्रेक लेना जबरदस्त फायदेमंद हो सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.