Weight Loss: बढ़ता वजन अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है. यह न सिर्फ पर्सनालिटी खराब करने का काम करता है बल्कि बीमार भी बना देता है. इससे बचने के लिए कई लोग जल्दी ही वजन कम (Weight Loss) करना चाहते हैं और इसके शॉर्टकट अपनाते हैं जो खतरनाक हो सकता है. यो यो डाइटिंग भी वजन कम करने का अनहेल्दी तरीका माना जाता है. इसे वेट साइकिलिंग भी कहते हैं. इसे फॉलो करने पर वजन में तो तेजी से बदलाव होता है लेकिन बार-बार वजन बढ़ता भी रहता है. आइए जानते हैं वजन कम करने का ये शॉर्टकट तरीका कितना नुकसानदायक है...
फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर असर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रिसर्च में फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर यो यो डाइटिंग का नेगेटिव इफेक्ट पाया है. इस रिसर्च में वेट साइकिलिंग से गुजरने वाले 13 मेल और 23 फीमेल पार्टिसिपेंट्स का इंटरव्यू लिया गया. उन्होंने बताया कि वजन कम करने का फैसला उन्होंने सेहत को होने वाले नुकसान की वजह से नहीं बल्कि सोशल प्रेशर की वजह से लिया था. जिसकी कीमत चुका रहे हैं.
वजन घटाने अपनाए ये तरीके
इस रिसर्च में बताया गया कि कई पार्टिसिपेंट्स ने वजन कम करने के लिए गैर जरूरी और अस्थाई तरीके भी अपनाएं. इनमें फूड और कैलोरी को पूरी तरह रोक देना,, कैलोरी काउंट का ज्यादा प्रेशर लेना, एकदम लो कार्ब डाइट या डाइट ड्रग्स का सेवन, सोशल इवेंट्स में न जाने जैसी चीजें शामिल थी. जैसे ही वे इस डाइटिंग पैटर्न को छोड़ते, उनका वजन पहले की तरह हो जाता था. इस स्टडी में शामिल सभी पार्टिसिपेंट्स का मकसद सिर्फ वेट लॉस करना था. एल्कोहॉल और अनहेल्दी खाने से बचने के लिए उन्होंने फ्रेंड्स से दूरी बना ली, परिवार से कटे-कटे रहने लगे, जिसका असर उनकी इमोशनल हेल्थ पर भी पड़ा है.
मेटाबॉलिज्म हुआ खराब
यो यो डाइटिंग का मेटाबॉलिज्म पर भी निगेटिव असर पड़ता है. इससे लंबे समय तक वजन कंट्रोल में नहीं रखा जा सकता है. इससे फैट के साथ मसल्स घट जाती है और मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है. बार-बार वजन कम होने और बढ़ने से दिल की सेहत पर भी असर पड़ता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी भी बिगड़ती है.
वजन कंट्रोल करने का हेल्दी पैटर्न क्या है
हेल्दी डाइट में फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज जैसे पोषक तत्वों को शामिल करें.
मीठी ड्रिंक्स से दूर रहें और पानी पीकर शरीर को हाइड्रेट रखें.
रोजाना मील लें और अनहेल्दी स्नैक्स से परहेज करें.
प्रोसेस्ड फूड, रिफाइंड शुगर और सैचुरेटेड फैट्स से भी दूरी बनाएं.
बैलेंस्ड मील के साथ रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी करते रहें.
यह भी पढ़ें