Five Minute Walk Benefits: एक नई रिसर्च बताती है कि हर आधे घंटे में पांच मिनट टहलने से वक्त से पहले होने वाली मौत से बचा सकता है. न्यूयॉर्क में कोलंबिया यूनिवर्सिटी इरविंग मेडिकल सेंटर में एकसरसाइज फिजियोलॉजिस्ट कीथ डियाज ने कहा कि सिर्फ रोजाना व्यायाम करने से लगातार बैठने से होनी वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स को दूर नहीं किया जा सकता. हाल ही में मेडिसिन एंड साइंस इन स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज जर्नल में पब्लिश स्टडी में कीथ ने कहा कि जो लोग लगातार घंटों बैठे रहते हैं, उनमें डायबिटीज, दिल की बीमारी, डिमेंशिया और कई तरह के कैंसर सहित पुरानी बीमारियां पैदा होती हैं. जबकि जिन लोगों को समय-समय पर चलने की आदत होती है, वे काफी हद तक इन बीमारियों से बचे रहते हैं.
स्टडी के मुताबिक, पूरे दिन थोड़ा-थोड़ा टहलते रहना मांसपेशियों को एक्टिव बनाता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. बैठने की पॉजिशन पैरों की रक्त वाहिकाओं में मोड़ और दबाव पैदा करने का काम करती है. ये ब्लड सर्कुलेशन को बदलती है और ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी कर सकती है. शोधकर्ताओं ने पाया कि बैठने के हर 30 मिनट के बाद पांच मिनट चलने से प्रतिभागियों का ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर का स्तर कम हो गया था.
कंट्रोल में रहता है ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल
शोधकर्ताओं के मुताबिक, घंटों बैठने की वजह से हमारी मांसपेशियों स्थिर रहती हैं. जब मांसपेशियों का ठीक से इस्तेमाल नहीं किया जाता तो वे ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल को इम्बैलेंस करने का काम करती हैं. नियमित रूप से टहलने से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल बेहतर रेगुलेटर्स के रूप में काम करने के लिए मांसपेशियों को एक्टिव करने में मदद करते हैं. डियाज ने मेडिकल न्यूज टुडे को बताया कि इस नई रिसर्स का सबसे रोमांचक हिस्सा यह रहा है कि बैठने के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों को कैसे रोका जाए?
उन्होंने कहा कि हमें यह मालूम होता है कि हर दिन कितने फल और सब्जियां खानी चाहिए और हमें कितना व्यायाम करना चाहिए. ऐसे बहुत से वयस्क हैं, जिनके पास ऐसी नौकरी या लाइफस्टाइल है, जहां उन्हें लंबे समय तक बैठना पड़ता है. कई नौकरियों में घंटों बैठे रहना पड़ता है. बैठने से स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को कम करने के लिए ऐसे लोगों को टहलने के फायदों के बारे में बताया जा सकता है.
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