आपको भी दिख रहे हैं ये 5 लक्षण तो ना करें इग्नोर...हो सकती है नसों में ब्लॉकेज की समस्या
रक्त वाहिकाओं में लिपोप्रोटीन डिपॉजिट कोलेस्ट्रॉल का जमाव शुरू हो जाता है. जिसके कारण नसे ब्लॉक होने लगती हैं.आइए जानते हैं जब नसे ब्लॉक होती है तो आपके शरीर में कौन से लक्षण नजर आते हैं.
Clogged Arteries: खराब लाइफस्टाइल और खराब खानपान की वजह से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. सबसे ज्यादा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल की बीमारियां देखने को मिल रही है. दरअसल रक्त वाहिकाओं में लिपोप्रोटीन डिपॉजिट कोलेस्ट्रॉल का जमाव शुरू हो जाता है. जिसके कारण नसे ब्लॉक होने लगती हैं. इससे शरीर में ब्लड की सप्लाई प्रभावित हो जाती है. इसके कारण दिल का दौरा भी पड़ सकता है. आइए जानते हैं जब नसे ब्लॉक होती है तो आपके शरीर में कौन से लक्षण नजर आते हैं.
नसें ब्लॉक होने के लक्षण जानिए
1.चेस्ट पेन को मामूली समझने की गलती नहीं करनी चाहिए.क्योंकि यह आर्टिरीज के ब्लॉक होने का लक्षण हो सकता है.हमारा हार्ट शरीर में ताजा खून को पंप करता है. इस खून में ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं. जब आर्टरी ब्लॉक हो जाती है तब खून का प्रवाह नहीं हो पाता है.ऐसे में व्यक्ति को चेस्ट पेन का अनुभव होता है.
2.नसें ब्लॉक होने पर सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है. ब्लॉकेज के कारण नसों में गंदगी जमा हो जाती है, जिस वजह से ब्लड फ्लो कम हो जाता है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. इससे आपको सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.
3.नसें ब्लॉक होने पर सिर में दर्द की शिकायत हो सकती है.इससे आपकी ब्रेन तक जाने वाली नसें जाम हो जाती है और ब्लड सरकुलेशन में भी कमी आ सकती है.ऑक्सीजन के अभाव में मस्तिष्क की कोशिकाओं को काफी नुकसान पहुंचता है. जिससे आपको हमेशा थकान कमजोरी और सिर दर्द होता है.
4.अनियमित दिल की धड़कन हार्ट ब्लॉकेज होने का लक्षण हो सकता है. ये समस्या तब होती है जब स्थिति गंभीर हो जाती है. हार्ट ब्लॉकेज के गंभीर मामलों में आपको दिल की धड़कन रुकने जैसे लक्षण का भी सामना करना पड़ सकता है.
5.कई बार सीने में जलन महसूस होता है. यह भी नसें ब्लॉक होने का एक लक्षण है. लेकिन लोग इससे डाइजेशन संबंधी समस्या समझकर नजरअंदाज कर सकते हैं. इस लक्षण को नजर अंदाज करने से हार्टअटैक भी आ सकता है
6.अगर आपको जरूरत से ज्यादा पसीना आ रहा है तो ये भी नसों का ब्लॉकेज हो सकता है.जब हार्ट जरूरत से ज्यादा काम करता है तो शरीर का तापमान बढ़ जाता है. शरीर के तापमान को कम करने के लिए पसीना आता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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