Folic Acid Rich Diet: भोजन के साथ हमें जो पोषक तत्व प्राप्त होते हैं. फॉलिक एसिड भी इन्हीं में से एक है. फॉलिक एसिड (Folic Acid) एक ऐसा न्यूट्रिऐंट (Nutrient) है, जो नई कोशिकाओं (New Cells) के बनने, हड्डियों (Bones) और मांसपेशियों (Muscles) को मजबूती देने, एनीमिया (Anemia) होने से रोकने और बालों को झड़ने (Stop Hair Fall) से बचाने में सहायक होता है. इनके अतिरिक्त फॉलिक एसिड और भी कई प्रकार से शरीर को लाभ पहुंचाता है, जिनकी लंबी सूची है.


यहां हम आपके लिए उन भोज्य पदार्थों की लिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हें अपनी दैनिक आहार (Daily Diet) में सम्मिलित करने पर आप लंबे समय तक युवा और सुंदर दिखते रहेंगे.


ये हैं फॉलिक एसिड रिच फूड्स



  • चना

  • छोला

  • उड़द

  • लोबिया

  • तिल

  • दालें

  • हरी पत्तेदार सब्जियां

  • भिड्डीं

  • साबुत अनाज

  • सूखे मेवे (Dry Fruits)

  • मूंगफली


क्यों जरूरी है फोलिक एसिड?



  • शरीर में फॉलिक एसिड की कमी होने पर शरीर में भारीपन रहता है, जिससे चलने, उठने, बैठने में भी समस्या होती है. 

  • शरीर में फॉलिक एसिड कम होने पर बाल तेजी से पतले होने लगते हैं और झड़ने लगते हैं.

  • फॉलिक एसिड की कमी से हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं.

  • रक्त में लाल कणिकाओं (Red Blood Cells) की कमी का कारण भी फॉलिक एसिड का स्तर कम होना होता है.

  • फॉलिक एसिड की कमी के कारण डीएनए में बदलाव होने लगते हैं, जो आगे चलकर कैंसर की वजह बन सकते हैं.

  • फॉलिक एसिड की कमी से हर समय थकान रहने लगती है.

  • मसल्स पेन की समस्या का कारण भी फॉलिक एसिड की कमी होना हो सकता है.

  • भूख कम लगने लगती है.

  • वजन घट सकता है.

  • पेट खराब रहने लगता है.

  • डिप्रेशन या अन्य मानसिक बीमारियां हावी होने लगती हैं.


भोजन में क्यों घट जाता है फॉलिक एसिड



  • ऊपर आपको जितने भी भोज्य पदार्थों की सूचि बताई गई है, उनमें से ज्यादातर जब आपकी प्लेट तक पहुंचते हैं तो उनमें फॉलिक एसिड कॉन्टेंट बहुत कम हो जाता है. रिसर्च के अनुसार, दाल-सब्जियां पकाने के दौरान 30 से 80 प्रतिशत तक विटमिन्स और फॉलिक एसिड की मात्रा समाप्त हो जाती है. इसलिए जितना हो सके आपको सब्जियों की कच्ची सलाद (Vegetable Salad), फल (Fruits), सूखे मेवे (Dry Fruits) और दही (Curd) इत्यादि भोज्य पदार्थ खाने चाहिए.

  • सब्जियों को कभी भी काटने के बाद धोना नहीं चाहिए.

  • दालें (Pulses) धोने के बाद जिस पानी में भिगोकर रखें, उसी पानी का उपयोग इन दाल को बनाने में करें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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