Folk singer Sharda Sinha: भारत की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) का कैंसर से निधन हो गया. बताया जा रहा है कि वह 4 नवंबर से ही वेंटिलेटर पर थीं. दरअसल, उन्हें कैंसर (Cancer) था और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, शारदा सिन्हा 2017 से मल्टीपल मायलोमा (multiple myeloma) से जूझ रही थीं और उनकी हालत बेहद गंभीर थी.
बता दें कि शारदा सिन्हा ने कई भाषा में लोकगीत गाए हैं. वह मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों में आवाज दे चुकी हैं, इसके अलावा बॉलीवुड में भी मैंने प्यार किया और हम आपके हैं कौन जैसी फिल्मों में गाना गा चुकी हैं. आइए आपको बताते हैं कि किस बीमारी से शारदा सिन्हा जूझ रही हैं, इसके लक्षण और बचाव क्या है.
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किस बीमारी से जूझ रही है लोक गायिका शारदा सिन्हा
शारदा सिन्हा मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित थीं, 2017 से उन्हें यह बीमारी थी. यह एक प्रकार का ब्लड कैंसर होता है, जो शरीर के प्लाज्मा कोशिकाओं को प्रभावित करता है. प्लाज्मा कोशिकाएं एक प्रकार के व्हाइट ब्लड सेल्स होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाने के लिए एंटीबॉडी बनाते हैं.
मल्टीपल मायलोमा में यह कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती है और इन कोशिकाओं को प्रभावित करती है, जिससे हड्डी, किडनी और इम्यून सिस्टम पर असर पड़ता है.
मल्टीपल मायलोमा के लक्षण
मल्टीपल मायलोमा में आमतौर पर हड्डियों में दर्द खासकर रीड की हड्डी और छाती में दर्द होता है. इसके अलावा शुरुआती स्टेज में थकावट और कमजोरी का एहसास होता है, इम्यून सिस्टम कमजोर होने से बार-बार संक्रमण की चपेट में आना, किडनी की समस्या होना, प्लेटलेट्स की कमी के कारण खून का बहाना आदि लक्षण हो सकते हैं.
मल्टीपल मायलोमा का इलाज
मल्टीपल मायलोमा में कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट, इम्यूनोथेरेपी और कुछ सपोर्टिव थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इसके प्रभाव को कंट्रोल किया जा सकता है.
मल्टीपल मायलोमा से बचाव
मल्टीपल मायलोमा के लिए कोई सटीक रोकथाम नहीं है, लेकिन लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव किए जाएं तो इस बीमारी को काफी हद तक कम किया जा सकता है. इसमें हेल्दी डाइट जिसमें विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में हो ऐसी डाइट का सेवन करना चाहिए. धूम्रपान शराब जो हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर करें, इससे बचाव करना चाहिए. मोटापे को कंट्रोल करना चाहिए, नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, तनाव से बचना चाहिए और रेगुलर हेल्थ चेकअप और मॉनिटरिंग जरूरी है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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