नई दिल्लीः क्या आपको महीने के उन दिनों में बहुत दर्द होता है? क्या आपको बहुत क्रैम्प्स पड़ते हैं? क्या आपको पीरियड्स के दिनों में दर्द से निजात पाने के लिए दवाएं लेनी पड़ती हैं? अगर आपके सवालों के जवाब हां है तो हम आज आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके सेवन से ना सिर्फ पीरियड्स के दिनों में आप दवाएं खाने से बचेंगी बल्कि दर्द और क्रैम्प्स से भी मिलेगी मुक्ति.


डार्क चॉकलेट- पीरियड्स में दिनों में चॉकलेट और कुछ मीठा-मीठा खाने को मन करता है. बहुत ज्यादा मीठा खाना इन दिनों में नुकसानदायक हो सकता है लेकिन आप डार्क चॉकलेट जरूर खा सकते हैं. इससे मसल्स रिलैक्स होंगी और आपकी क्रेविंग भी कम होगी.

एवोकैडो- एवोकैडो वैसे भी हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है. ये ना सिर्फ टेस्टी होता है बल्कि ये पीरियड्स के दर्द में भी आराम दिलाता है. इसको पीरियड्स के दिनों में कई तरह से खा सकते हैं. इसे सलाद के तौर पर, डायरेक्‍ट बिना काटे या फिर इसका सैंडविच बनाकर भी खा सकते हैं.

पाइनऐप्पल- अगर आप पाइनऐप्पल का जूस पीते हैं तो पीरियड्स के दिनों में पाइनऐप्पल को कटिंग करके खाएं. ये स्वादिष्ट फूड आपकी मसल्स को रिलैक्स करेगा जिससे क्रैम्प्स कम होंगे. ये ब्लोटिंग भी कम करता है और आपको अच्छा महसूस करवाएगा.

केला- केला खाने से क्रैम्स्प और ब्लोटिंग से आराम मिलेगा. अगर आप एक्ससाइज करते हैं तो आपको केला जरूर खाना चाहिए. पीरियड्स के दिनों में केले को दालचीनी और शहद मिलाकर खाना चाहिए.

ग्रीन टी- ग्रीन टी ना सिर्फ वजन कम करने में मदद करती है बल्कि ये आपके सिस्टम को भी फ्लश आउट करती है. कम ही लोग जानते होंगे कि ग्रीन टी से पीरियड्स के दिनों में पड़ने वाले क्रैम्प्स भी कम हो जाते हैं. पेपरमिंट टी पीने से भी स्टमक को आराम मिलता है और ब्लोटिंग कम होती है.

पालक- हरी पत्तेदार सब्जियां तो फायदेमंद होती ही हैं लेकिन पीरियड्स के दिनों में खाएंगे तो और भी ज्यादा फायदेमंद होंगी. हरी पत्तेदार सब्जियों में आप खासतौर पर पालक खाएं. पीरियड्स के दर्द से निजात दिलाएगा.

पानी- ब्लोटिंग से उबरने का सबसे अच्छा और आसान सा रास्ता है खूब सारा पानी पीना. पानी पीने से ना सिर्फ आप हेल्दी होओगे बल्कि आपको दर्द और ब्लोटिंग से भी निजात मिलेगी. साथ ही ये आपको हाइड्रेट रखेगा.

नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.