Rheumatoid Arthritis: पीठ, कलाई, गर्दन के जोड़ों में लगातार दर्द रहने की समस्या को कई लोग नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि रूमेटाइड अर्थराइटिस यानि गठिया के ये शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. ज्यादातर यह बीमारी बुजुर्गों में होती है. रूमेटाइड अर्थराइटिस का समय पर इलाज न कराया जाए तो यह शरीर के कई अंगों पर बुरा प्रभाव डाल सकता है. इससे जोड़ों सहित शरीर के कई हिस्सों में सूजन आ जाती है. रुमेटीइड गठिया ज्यादातर हाथों, कलाई और घुटनों में जोड़ों को प्रभावित करता है, आइए देखें कि रुमेटीइड गठिया शरीर के कई हिस्सों को कैसे प्रभावित करता है और इसके लक्षण क्या हो सकते हैं.


रुमेटीइड गठिया शरीर को कैसे प्रभावित करता है


रूमेटाइड अर्थराइटिस जल्दी से ना पता चले तो इसके लक्षण कभी-कभी टखनों, कोहनी, कूल्हों और कंधों सहित शरीर के अन्य भागों में फैल सकते हैं. रुमेटाइड गठिया मुख्य रूप से जोड़ों को प्रभावित करता है. हालांकि, यह रक्त वाहिकाओं में सूजन भी पैदा कर सकता है. इस स्थिति को रूमेटाइड वास्कुलिटिस के रूप में जाना जाता है. यह आमतौर पर तब होता है जब आप लंबे समय तक आरए से पीड़ित होते हैं, त्वचा, उंगलियों और पैर की उंगलियों, नसों, आंखों और हृदय को प्रभावित करता है. इस बीमारी में होने वाली सूजन नसों पर दबाव डाल सकती है, जिससे कार्पल टनल सिंड्रोम हो सकता है, एक ऐसी स्थिति जो कमजोरी, सुन्नता या अंगूठे में झुनझुनी पैदा करती है.


इन संकेत को ना करें इग्नोर


नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार अवसाद और चिंता प्रमुख मानसिक समस्याएं हैं जो आरए से संबंधित हो सकती हैं या तो एक जैविक और साइटोकिन से संबंधित तंत्र के कारण या पुरानी बीमारी के कारण हो सकती हैं. इसके अलावा, यह ध्यान दिया गया है कि मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति वाले लोग उपचार के प्रति कम संवेदनशील होते हैं. यह शरीर के विभिन्न भागों को प्रभावित करता है, यह कई लक्षण पैदा कर सकता है. आरए के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं: - जोड़ों में दर्द, जोड़ों में अकड़न, क से अधिक जोड़ों में सूजन, वजन घटना, थकान और कमजोरी होना. यह बीमारी व्यक्ति को दिल की बीमारियों जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक, एट्रियल फाइब्रिलेशन की तरफ भी लेकर जा सकती है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.