Frozen Vegetables VS Fresh Vegetables: ज्यादातर लोगों को लगता है कि फ्रोजेन सब्जियों से ज्यादा बाजार से खरीदी गईं ताजी सब्जियां फायदेमंद होती हैं. उन्हें लगता है कि ठंडे तापमान पर रखे जाने की वजह से सब्जियों में मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. जबकि फ्रेश सब्जियां सीधा काटकर बाजारों में लाई जाती हैं. अगर आपको भी ऐसा ही लगता है तो यह खबर आपको अंत तक जरूर पढ़नी चाहिए. अब सवाल उठता है कि क्या वास्तव में फ्रोजेन सब्जियों की तुलना में ताजी सब्जियां ज्यादा पौष्टिक होती हैं? आइए जानते हैं...


दरअसल 'मसाला लैब्स: द साइंस ऑफ इंडियन कुकिंग' के ऑथर कृष अशोक ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फ्रोजेन और फ्रेश सब्जियों की तुलना की है और इस धारणा को गलत साबित किया है कि फ्रोजेन सब्जियां खाने से सेहत को कोई फायदा नहीं मिलता है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ताजी सब्जियां मंडियों तक आने से पहले कई सारे चरणों से गुजरती हैं. ताजी सब्जियों को अक्सर वक्त से पहले काटा जाता है. जबकि फ्रोजेन सब्जियों को उनके अच्छे से पक जाने के बाद या पक जाने के करीब काटा जाता है. 


कौन सी सब्जी ज्यादा पौष्टिक?


अगर आपके पास अपना गार्डन है, जहां आप खुद सब्जियां उगाते हैं तो बेशक ताजी सब्जियां फायदेमंद साबित होंगी. लेकिन अगर आप बाजारों से सब्जियां लेकर आ रहे हैं तो यह उतनी फायदेमंद साबित नहीं होंगी. क्योंकि ये भी हो सकता है कि यह सब्जियां कुछ दिन पुरानी हो. जरूरी नहीं कि मंडियों में आने वाली सारी सब्जियां ताजी ही हों. वो कुछ दिन पुरानी भी हो सकती हैं.


एक रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रेश बीन्स को कुछ दिनों के अंदर-अंदर ही चुना और बेचा जाता है. जबकि फ्रोजन बीन्स को जैसे ही काटा जाता है, वैसे ही इसे फ्लैश-फ्रोजन किया जाता है. स्टोरेज टाइम और टेंपरेचर जैसे फैक्टर्स से न्यूट्रिशनल वैल्यू जरूर प्रभावित होती है. ज्यादातर मामलों में फ्रोजन बीन्स की न्यूट्रिशनल वैल्यू फ्रेश बीन्स की तरह ही होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि कोल्ड टेंपरेचर पोषक तत्वों को प्रोटेक्ट करने और खराब होने से बचाने में मदद करता है.  


फ्रोजन सब्जियां क्यों बेहतर?


हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, कई मामलों में फ्रोजन सब्जियां फ्रेश सब्जियों की तुलना में एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकती हैं. क्योंकि फ्रोजन सब्जियों को पकने के करीब काटा जाता है और तुरंत जमाया जाता है. जबकि दूसरी ओर फ्रेश सब्जियों को तैयार होने से पहले ही काट लिया जाता है और उसके बाद न जाने कितने दिनों के बाद वो मंडियों या बाजारों तक पहुंचती हैं. ऐसे में इन सब्जियों में मौजूद पोषक तत्वों की हानि भी होती है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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