जूस उन लोगों के लिए बहुत मजेदार है, जिन्हें पूरा फल खाना पसंद नहीं है. सभी को ये बात मालूम है कि ताजे फलों के जूस के जरिए आसानी से शरीर में विटामिन और पोषक तत्वों को पहुंचाया जा सकता है. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको भोजन की जगह सिर्फ जूस का सेवन नहीं करना चाहिए. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर सिर्फ जूस के सहारे क्यों नहीं रहा जा सकता है. 


दरअसल, अगर आप लगातार जूस का सेवन करेंगे, तो इसका सीधा असर आपके ब्ल्ड शुगर लेवल पर पड़ता है. खाना खाने के बजाय जूस पीने की वजह से आपके शरीर में ब्ल्ड शुगर लेवल बढ़ता है. आपके एनर्जी भी डाउन होती है, जिससे आपको तुरंत भूख लगना शुरू हो जाता है. इसके अलावा, जून संतुलित पोषक तत्वों वाला नहीं होता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फैट भी नहीं होता है. 


विटामिन लेना बेहद जरूरी


वहीं, नियमित रूप से जूस का सेवन मेटाबॉलिक सिंड्रोम और मोटापे को भी बढ़ा सकता है. अगर आप जूस डाइट पर हैं, तो आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि आप जरूरी विटामिन, मिनरल्स और न्यूट्रियन्टस ले रहे हैं. हमारे शरीर को बेहतर करने के लिए संतुलित आहार की जरूरत होती है. यही वजह है कि जैसे ही फ्रूट डाइट खत्म होती है. वैसे ही हमारी मांसपेशियां घटने लगती हैं. 


मेटाबॉलिजम कम होने लगता है और मोटापा बढ़ जाता है. जूस डाइट की वजह से पर्याप्त प्रोटीन और फाइबर नहीं मिल पाता है, जिससे असमय भूख लगने लगती है. इसके अलावा, फल और सब्जियों में सोडियम कम होता है. इस वजह से आपको सोडियम का स्रोत ढूंढना पड़ सकता है. अगर आप फ्रूट डाइट पर हैं, तो आपको अच्छा खाने के साथ एक्सरसाइज भी करना होगा, तभी इसका सही फायदा होते हुए दिखाई देगा.


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