मुंबई शहर में कोरोना से पीड़ित एक ऐसी बुजुर्ग महिला की मौत हुई है जो वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुकी थी. महिला डेल्टा प्लस वेरिएंट की शिकार थीं. टीओआई में छपी खबर के मुताबिक यह मुंबई में डेल्टा प्लस वेरिएंट से संबंधित पहली मौत है. हालांकि महिला को फेफड़ें से संबंधित कई बीमारी पहले से थी.
63 साल की इस महिला की मौत जुलाई के अंत में हुई थी. बुधवार को इसके जीनोम सीक्वेंस का विश्लेषण करने के बाद पता चला कि महिला में कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट मौजूद था. महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट के कारण यह दूसरी मौत है जबकि मुंबई शहर के लिए पहली मौत.
फेफड़े से संबंधित कई बीमारियों से पीड़ित थी महिला
पूरे महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक 65 मामले सामने आए हैं. इनमें 11 मामले मुंबई में हैं. बीएमसी के कार्यकारी हेल्थ ऑफिसर डॉ मंगला गोमरे ने बताया कि इस घटना के बावजूद लोगों को घबराना नहीं चाहिए और इसमें पैनिक करने की भी जरूरत नहीं है. उन्होंने लोगो को सलाह दी कि बाहर निकलते समय मास्क जरूर लगाएं.
उन्होंने बताया कि जिस महिला की मौत हुई है, उसमें कई तरह की पहले से बीमारियां थीं और उसका फेफड़ा बहुत कमजोर था. अधिकारी ने बताया कि कोविड सहित डेल्टा प्लस वेरिएंट की पहचान महिला में 21 जुलाई को हुई थी और 27 जुलाई को उनकी मौत हो गई. उसे तीन दिन आईसीयू में रखा गया था.
महिला के छह निकट संबंधी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन सभी के सैंपल को जीनोम सीक्वेंस की जांच के लिए भेज दिया गया है. अब तक दो लोगों में डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है. बाकी की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है.
बेहद संक्रामक है डेल्टा प्लस वेरिएंट
महिला को आंतरिक फेफड़े से संबंधित गंभीर बीमारी थी. कोरोना होने से पहले घर पर ही महिला को ऑक्सीजन ट्रीटमेंट दिया जा रहा था. डॉ गोमरे ने बताया कि महिला का कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी. और इससे पहले वे कोविड संक्रमित भी नहीं हुई थी. शुरुआत में महिला को सूखी खांसी, स्वाद का खत्म हो जाना और शरीर में दर्द की शिकायत थी.
महिला ने कोवीशील्ड की दोनों खुराक लगाई थी. महिला के जीनोमिक सीक्वेंस की जांच से पता चला कि महिला में कोरोना का डेल्टा प्लस या ‘AY.1’ वेरिएंट मौजूद था. यह वेरिएंट (B.1.617.2) से म्यूटेट होकर बना है जिसका सबसे पहले महाराष्ट्र में ही पता चला था. यह वेरिएं काफी संक्रामक है.
ये भी पढ़ें-