नई दिल्ली: डायबिटीज का कोई पर्नामेंट इलाज अभी तक नहीं आया है और सालों से वैज्ञानिक डायबिटीज के पर्नामेंट इलाज की खोज में लगे हुए है. इसी बीच वैज्ञानिकों ने जीन थेरेपी के जरिए चूहों में टाइप-2 डायबिटीज और मोटापे के इलाज के लिए स्किन ट्रांसप्लांट का इस्तेमाल किया है.

यू.एस की यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के शोधकर्ताओं ने मौजूदा इम्यून सिस्टम के साथ चूहों से चूहों का स्किन ट्रांसप्लांट का मॉडल तैयार किया है.

यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर शाओयांग वू का मानना है कि चूहों में जीन थेरेपी सुरक्षित और स्थिर होने की संभावना है और उन्हें उम्मीद है कि इंसानों पर भी ये थेरेपी ये सफल होगी.

शोधकर्ताओं ने सीआरआईएसपीआर (Clustered regularly interspaced short palindromic repeats) आधारित टेक्नॉलोजी से जन्मे एक चूहे के स्किन स्टेम सेल्स में बदलाव किया ताकि सेल्स पेप्टाइड को छुपा सके जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है. चूहे में सेल्स ट्रांसप्लांट करने से इंसुलिन स्राव बढ़ता दिखा और हाई-फैट डाइट से बढ़ता वजन कम दिखाई दिया और साथ ही इंसुलिन का लेवल नियंत्रि‍त होते दिखा.

नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.