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Restless Legs Syndrome: चादर के नीचे ये साबुन रखकर सोएं, रेस्टलेस लेग सिंड्रोम में मिलेंगे चौकाने वाले फायदे

Restless Legs Syndrome: पैरों के निचले हिस्से जिसे पिंडली और काफ कहते हैं, इनमें बेचैनी, कमजोरी और दर्द का बना रहता है तो आपका काम और नींद दोनों प्रभावित होते हैं.

घुटनों के नीचे की तरफ पैरों में तेज अकड़न होना, क्रैंप्स आना या बेचैनी महसूस होना रेस्टलेस लेग सिंड्रोम के लक्षण होते हैं. इस दर्द को वही व्यक्ति समझ सकता है, जो इससे गुजरा हो. क्योंकि सामान्य सी लगने वाली यह समस्या रातों की नींद उड़ा देती है. रेस्टलेस लेग सिंड्रोम किसी को भी हो सकता है, हालांकि महिलाओं में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है. ऑफिस में सिटिंग जॉब करने वाले लोग कभी ना कभी इस समस्या से जरूर पीड़ित होते हैं और इस दौरान ये ना तो ठीक से अपने काम पर फोकस कर पाते हैं और ना ही रात को आराम से सो पाते हैं.

क्यों होता है रेस्टलेस लेग सिंड्रोम?

रेस्टलेस लेग सिंड्रोम की कोई एक पुख्ता वजह अब तक सामने नहीं आई है. हालांकि जिन कई अलग-अलग कारणों से यह समस्या होती है, उनके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं...

मस्तिष्क में डोपामिन केमिकल के असंतुलन के कारण भी पैरों में बेचैनी, थकान और क्रैंप्स की समस्या हो सकती है. क्योंकि यह केमिकल हगी दिमाग की कोशिकाओं को मसल्स मूवमेंट कंट्रोल करने के लिए मैसेज देता है.

शरीर में न्यूट्रिऐंट्स की कमी के कारण

  • आमतौर पर फोलिक एसिड, विटमिन-बी 12, विटमिन-डी और कैल्शियम की कमी के कारण यह समस्या हो सकती है.
  • आयरन और हीमोग्लोबिन की कमी के कारण भी पैर के निचले हिस्सों में बेचैनी, कमजोरी और थकान की समस्या हो सकती है.
  • कुछ क्रॉनिक डिजीज जैसे, किडनी फेल होने पर या शुगर की समस्या के कारण भी पैरों में बेचैनी और कमजोरी की समस्या हो सकती है.
  • यह मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं की गड़बड़ी के कारण भी हो सकता है, जो गति और सजगता को नियंत्रित करने का काम करती हैं. 

यानी इस समस्या की कोई एक पुख्ता वजह नहीं है. अलग-अलग लोगों में इस समस्या की वजह अलग-अलग हो सकती है. लेकिन जो ट्रिक हम आपको बताने जा रहे हैं, वो हर स्थिति में यह समस्या कंट्रोल करने में आपकी मदद करेगी. हम बात कर रहे हैं एक ऐसे शानदार साबुन के बारे में, जिसे पैरों की तरफ अपनी बेडशीट के नीचे रखकर सोने पर आपको पैरों की इस बेचैनी से राहत मिलेगी और आप चैन से सो पाएंगे.

लैवेंडर सोप

लैवेंडर सोप ऐसा शानदार साबुन है, जिसे पैरों की तरफ बेडशीट के नीचे रखकर सोने पर पैरों में होने वाले क्रैंप्स और बेचैनी से राहत मिलती है. ऐसा शायद इस साबुन की केमिकल प्रॉपर्टीज के कारण होता है. हालांकि इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है. लेकिन कई हैरान करने वाले नुस्खों की तरह यह ट्रिक भी पैरों की बेचैनी दूर करने में शानदार काम करती है. यहां सिर्फ लैवेंडर सोप ही काम करता है. किसी अन्य साबुन के रखकर ट्राई करने पर कोई लाभ आपको नहीं होगा.

दूसरा तरीका

 पैरों की अकड़न और बेचैनी के कारण रात की नींद खराब हो रही है तो आप इस समस्या से निजात पाने में परिवार के किसी सदस्य की मदद ले सकते हैं. आप अपने पैर के तलुओं की सरसों तेल से मालिश करा लें. आपको राहत मिलेगी. 

या फिर आप पैर के तलुओं में एक्युप्रेशर पॉइंट्स भी ले सकते हैं. ये पॉइंट्स कमाल का असर दिखाते हैं. सिर्फ 10 मिनट के अंदर आपकी बेचैनी पूरी तरह ठीक हो जाएगी और आप ऊर्जा का अनुभव करेंगे. 

इलाज क्या करें?

पैरों में अकड़न, बेचैनी, दर्द, कमजोरी की समस्या का इलाज कराने के लिए हम आपको आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लेने की सलाह देंगे. क्योंकि यह एक क्रोनिक समस्या है और इस स्थिति में आयुर्वेदिक औषधियां बिना किसी साइड इफेक्ट के आपके शरीर को पूरी तरह स्वस्थ करने की क्षमता रखती हैं.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

यह भी पढ़ें: लिवर को हेल्दी रखने के आसान टिप्स, आयुर्वेदिक डॉक्टर ने कहीं ये बातें

यह भी पढ़ें: स्किन एक्सपर्ट से जाने कब और कैसे लगाना चाहिए फेस ऑइल

 

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