छतरपुर: यूं तो हर जिंदा इंसान का दिल धड़कता है, भले ही सबको दिखता नहीं. लेकिन मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में एक ऐसी बच्ची का जन्म हुआ है, जिसका धड़कता हुआ दिल साफ नजर आता है. इस बच्ची को सरकारी खर्च पर उपचार के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेजा गया है.


जिला अस्पताल के शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. लखन तिवारी ने बताया कि खजुराहो निवासी अरविंद पटेल की पत्नी प्रेमकुमारी ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्ची को जन्म दिया, जिसे देखकर सभी चकित रह गए. इस बच्ची का दिल शरीर से बाहर था और धड़कता साफ नजर आ रहा था. उसे सामान्य स्थिति में लाने के लिए जिला अस्पताल लाया गया. यहां से उसे दिल्ली के एम्स रेफर कर दिया गया है.

डॉ. तिवारी ने कहा कि ऐसा मामला लाखों में एक सामने आता है. किसी का दिल बाहर से दिखाई दे, यह सामान्य स्थिति नहीं है. इसका कारण रेडिएशन का प्रभाव, सूर्यग्रहण के समय की किरणें वगैरह हो सकता है.

अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आर.सी. त्रिपाठी ने बताया कि शरीर में दिल हड्डियों और चमड़ी के खोल में छुपा रहता है, मगर इस बच्ची के साथ ऐसा नहीं है. गर्भ में इसका हृदय पूरी तरह बना है, मगर उसके ऊपर की हड्डियां और खाल पूरी तरह नहीं बन सकी है, जिस वजह से हृदय बाहर से ही धड़कता नजर आ रहा है.

उन्होंने कहा, "नवजात बच्ची की नाजुक स्थिति को देखते हुए उसे स्थानीय चिकित्सक की देखरेख में सड़क मार्ग से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान (एम्स) दिल्ली भेजा गया है.