Priyanka Chopra: इस लाइलाज बीमारी का शिकार हैं प्रियंका चोपड़ा, ऐसे रखती हैं अपना ख्याल, जानें क्या हैं लक्षण और बचाव
प्रियंका एक इंटरनेशनल स्टार हैं और उतनी ही खुशमिजाज और कामयाब इंसान भी हैं. ऐसे में आप सोच भी नहीं सकते हैं कि प्रियंका चोपड़ा अस्थमा जैसी बीमारी की शिकार हो सकती हैं.
Priyanka Chopra Asthama: बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक, अपनी चमक बिखेरने वाली खूबसूरत प्रियंका चोपड़ा करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करती हैं. प्रियंका एक इंटरनेशनल स्टार हैं और उतनी ही खुशमिजाज और कामयाब इंसान भी हैं. ऐसे में आप सोच भी नहीं सकते हैं कि प्रियंका चोपड़ा अस्थमा जैसी बीमारी की शिकार हो सकती हैं. जी हां,प्रियंका चोपड़ा अस्थमा की शिकार हैं और इतना ही नहीं, प्रियंका ने खुद सालों पहले सोशल मीडिया पर इस बात का खुलासा कर दिया था कि वो पांच साल की उम्र से अस्थमा की मरीज हैं.
अस्थमा एक बीमारी है, इसका बचाव और इलाज किया जाए तो ये परेशानी का सबब नहीं बनती है. लेकिन अगर इसका मरीज लापरवाही बरतता है तो ये जानलेवा तक हो सकती है. चलिए जानते हैं कि अस्थमा क्या है और इसके लक्षण क्या हैं.
क्या है अस्थमा?
अस्थमा दरअसल सांस से जुड़ी बीमारी है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है. ये एक लंबी बीमारी कही जाती है जो लंग्स यानी फेफड़ों के जरिए जाने वाले सांस की नली को इफेक्ट करती है. इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन इसे खत्म नहीं किया जा सकता है.धूल, एयर पॉल्यूशन, छोटे छोटे पराग करण, सिगरेट बीड़ी का धुआं,ठंडी हवा और एलर्जी करने वाले पदार्थों के संपर्क में आने से, मौसम बदलने से ये बीमारी बहुत बढ़ जाती है.
कुछ लोग ऐसी जगहों पर काम करते हैं जहां, लकड़ी का चूरा, पशुओं के फर, और रूसी, केमिकल, रेशेदार सामान आदि के सांस के जरिए फेफड़ों में जाने पर अस्थमा अटैक हो जाता है. कुछ लोगों को बचपन में ही ये बीमारी हो जाती है. जबकि कुछ लोग मौसम बदलने और वातावरण में मौजूद एलर्जी ट्रिगर के जरिए इस बीमारी के शिकार बन जाते हैं. अस्थमा का अटैक होने पर सांस की नली में घरघराहट होती है, सांस लेने में दिक्कत होती है और सांस फूलने लगती है.
अस्थमा के लक्षण
अस्थमा में सांस संबंधी समस्या होती है. जब अस्थमा का अटैक आता है तो लगातार खांसी उठती है, बार बार खांसी होती है. सांस लेने पर सीने में घरघराहट महसूस होती है. जरा सा चलने या काम करने पर सांस फूलने लगती है. मरीज के सीने में जकड़न होती है और छाती में भारीपन महसूस होने लगता है. सांस लेते वक्त सीटी की आवाज आती है. मरीज के गले में बहुत ज्यादा कफ यानि बलगम बनने लगता है.
मरीज अचानक थकने लगता है और उसे तनाव होने लगता है. आमतौर पर अस्थमा के लक्षण उसकी स्टेज और अटैक की स्थिति के अनुसार बदलते रहते हैं. अगर अस्थमा का माइनर अटैक है तो सांस फूलने लगती है. बेचैनी और घबराहट होती है और कई बार मरीज बात करते करते भी हांफने लगता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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