लंदन: वैज्ञानिकों के एक समूह ने गोल्डफिश को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है. वैज्ञानिकों के अनुसार, सर्दी में जब पानी जम जाता हैं, तो उनमें रहने वाली मछलियां शराब के जरिए ऑक्सीजन की कमी से खुद को बचाती हैं. जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा आपने 'शराब!'.
वास्तव में ओस्लो विश्वविद्यालय और लिवरपूल विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि जमा देने वाली सर्दी में, जब पानी की ऊपरी सतह बर्फ बन जाती है और उसके नीचे पानी में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, तब ये गोल्डफिश अपने शरीर में पैदा होने वाले लैक्टिक एसिड को इथेनॉल में बदलना शुरू कर देती हैं.
यह इथेनॉल उनके गिल्स के आसपास फैल जाता है और उनके शरीर में घातक लैक्टिक एसिड को बनने से भी रोकता है.
इस तरह गोल्डफिश और इसी नस्ल की अन्य मछलियां जम चुके पानी की तलहटी में कई-कई दिनों, यहां तक महीनों तक खुद को बचाए रखती हैं.
लीवरपूल विश्वविद्यालय के माइकल बेरेनब्रिंक शोध-पत्रिका 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' में पब्लिश अपने शोध में कहते हैं, इन मछलियों के ब्लड में प्रति 100 मिलीलीटर में शराब की मात्रा 50 मिलीग्राम तक पहुंच जाती है."
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.