थायरॉइड से बचने में इन 5 तरह से उपयोग करें हरा धनिया, इन सुंदर पत्तियों से संवरेगा जीवन
Green Coriander In Thyroid: महिलाओं को खासतौर पर हरा धनिया का सेवन करना चाहिए. क्योंकि पुरुषों की तुलना में थायरॉइड की समस्या महिलाओं को अधिक होती है और हरा धनिया इसे कंट्रोल करने में प्रभावी है...
Green Coriander Leaves: हरा धनिया ऐसी सब्जी या हर्ब है, जिसे रसोई में सबसे अधिक संभालकर और बड़े प्यार से उपयोग किया जाता है. लेकिन फिर भी हमारी रसोई में जितनी भी सब्जियां उपयोग होती हैं, उनमें शायद हरा धनिया ही ऐसा है, जिसके गुणों को लेकर इतनी बात नहीं होती, जितनी कि होनी चाहिए. इसलिए कहा जा सकता है कि हरा धनिया को हमेशा ही कम करके आंका गया है.
हरे धनिए की खूबियों के बारे में बात करने के साथ ही खासतौर पर महिलाओं की मानी जाने वाली एक स्वास्थ्य समस्या में धनिया पत्ती के महत्व पर भी जानेंगे. हम बात कर रहे हैं थायराइड की. हालांकि थायरॉइड की समस्या पुरुषों में भी होती है लेकिन पुरुषों की तुलना में यह समस्या महिलाओं को अधिक शिकार बनाती है. महिलाएं थायरॉइड को नियंत्रित करने के लिए किस तरह से हरा धनिया का उपयोग कर सकती हैं यहां बताया गया है...
हरा धनिया खाने के क्या फायदे हैं?
- शुगर की बीमारी में राहत देता है
- अवसाद की समस्या में लाभकारी
- शरीर की अंदरूनी सूजन को कम करे
- हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखे
- यूरिन ना होने पर या कम होने पर लाभकारी
- स्किन की समस्याओं से बचाता है
- मिर्गी की समस्या में लाभ देता है
- मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने में हेल्पफुल
हरे धनिये में कौन से गुण पाए जाते हैं?
- हरा धनिया खाने से प्रचुर मात्रा में डायटरी फाइबर की प्राप्ति होती है, जो एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है और पौधों से प्राप्त होता है.
- हरा धनिया लिपिड का शानदार स्रोत है. आयुर्वेद में त्रिशोधक औषधियों की श्रेणी में रखा गया है. अर्थात वे औषधियां जो शरीर को तीन प्रकार से लाभ पहुंचाती हैं. जैसे, पाचन में सुधार करना, भूख बढ़ाना और संक्रमण से बचाव करना या फिर संक्रमण होने पर इसे ठीक करना.
- हरा धनिया जहां भी रखा होता है, इसकी खुशबू सबको आकर्षित करने लगती है. ऐसा होता है इसमें पाए जाने वाले इसेंशियल ऑइल के कारण. इसेंशियल ऑइल यानी जड़ी बूटियों या औषधियों से तैयार प्योर तेल.
थायरॉइड से बचाव के तरीके
थायरॉइड की समस्या होने पर हरा धनिया नियमित रूप से खाना चाहिए. यह समस्या ना हो तब भी प्रयास करना चाहिए कि आपकी डेली डायट में हरा धनिया जरूर शामिल रहे. थायरॉइड की समस्या के कारण और मूड स्विंग्स से लड़ने वाले गुणों के कारण हरा धनिया महिलाओं की सेहत के लिए बहुत अधिक जरूरी हो जाता है.
हरा धनिया में पाए जाने वाले औषधीय गुण, विटामिन्स, मिनरल्स और ऐंटीऑक्सिडेंट्स थायरॉइड को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी तरीके से काम करते हैं. यदि किसी को थायरॉइड की समस्या है तो उसे इन तरीकों से हरा धनिया अपनी डेली डायट में शामिल करना चाहिए...
- हरा धनिया चटनी के रूप में
- हरा धनिया का पानी बनाकर
- गार्निशिंग करते हुए पुलाव या अन्य फूड्स में खाए
- दाल-सब्जी बनाने के बाद ऊपर से हरा धनिया डालकर खाएं
- हरा धनिया सलाद में डालकर खाएं
- आप हरा धनिया पीसकर इसे दही मिलाकर रायता भी तैयार कर सकते हैं
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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