Growing old too fast: समय से पहले बूढ़ापे के दिखने लगे हैं लक्षण, शरीर में हो रहे इन संकेत को ना करें इग्नोर
Growing old too fast: तेजी से बुढ़ापे के लक्षणों में बालों का पतला होना और सफ़ेद होना, त्वचा में परिवर्तन, पतले हाथ और पैर, आवाज में बदलाव और चेहरे की असामान्य समस्या देखने को मिल सकती है.
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Growing old too fast: काम करते हुए शरीर जल्दी थक जाना, या फिर बैक पेन शरीर में लगातार इन लक्षणों को हल्के में लेना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. किशोरावस्था या युवाओं में आजकल तेजी से उम्र बढने के साथ-शाथ बुढ़ापे के लक्षण दिखने लगते हैं. इसमें आपको बालों का पतला होना और सफ़ेद होना, त्वचा में परिवर्तन, पतले हाथ और पैर, आवाज में बदलाव और चेहरे की असामान्य समस्या देखने को मिल सकती है. इसको वर्नर सिंड्रोम कहा जाता है. जो तेजी से उम्र बढ़ने के साथ होता है. lt को एडल्ट प्रोजेरिया और WS भी कहा जाता है.
वर्नर सिंड्रोम के संकेत और लक्षण
बालों का पतला होना, सफेद होना और झड़ना
आवाज में बदलाव होना
पतली, रुखी त्वचा
पतले हाथ और पैर
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
जैसे-जैसे वर्नर सिंड्रोम बढ़ता है, व्यक्तियों में जीवन की शुरुआत में उम्र बढ़ने से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं विकसित हो सकती हैं. इसमें मोतियाबिंद, त्वचा के अल्सर, धमनियों का गंभीर सख्त होना, मधुमेह, ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का पतला होना) और प्रजनन संबंधी समस्याएं शामिल हैं. वर्नर सिंड्रोम वाले लोगों में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है - विशेष रूप से थायरॉयड कैंसर, त्वचा कैंसर, और सार्कोमा (हड्डी या नरम ऊतक कैंसर का एक प्रकार)। वर्नर सिंड्रोम वाले व्यक्ति आमतौर पर अपने चालीसवें दशक के अंत या पचास के दशक की शुरुआत में रहते हैं. मृत्यु के सबसे आम कारणों में कैंसर और एथेरोस्क्लेरोसिस शामिल हैं.
वर्नर सिंड्रोम किन कारणों से होता है
वैज्ञानिक निश्चित रूप से निश्चित नहीं हैं कि कैसे ये WRN म्यूटेशन वर्नर सिंड्रोम के लक्षणों का कारण बनते हैं. ऐसा माना जाता है कि परिवर्तित वर्नर प्रोटीन वाली कोशिकाएं अधिक धीरे-धीरे विभाजित हो सकती हैं या सामान्य से पहले विभाजित होना बंद कर सकती हैं. इससे विकास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. वर्नर सिंड्रोम का कोई उचित इलाज नहीं है, मोतियाबिंद का इलाज सर्जरी से किया जा सकता है. शारीरिक परीक्षाएं त्वचा के अल्सर, मधुमेह, कैंसर या हृदय रोग की जांच में मदद कर सकती हैं. धूम्रपान से बचने और स्वस्थ जीवन शैली जीने की भी सलाह दी जाती है - जिसमें नियमित व्यायाम और कम वसा वाले आहार शामिल हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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