H3N2 Influenza Virus Symptoms: देश में कोरोना महामारी से तो लोग जूझ ही रहे थे कि अब बीते दो-तीन महीनों से इन्फ्लूएंजा वायरस H3N2 ने कहर बरपाया हुआ है. कोरोना के बाद इन्फ्लूएंजा वायरस H3N2 देश में तेजी से फैल रहा है. इसके लक्षण भी कोरोना की तरह बुखार और खांसी सहित फ्लू वायरस की तरह ही हैं. डॉक्टरों का सुझाव है कि वायरस सामान्य परिस्थितियों में जानलेवा नहीं है. इस वायरस से पीड़ित लोगों का अस्पताल में भर्ती होना बहुत आम नहीं है और केवल 5 प्रतिशत मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की सूचना मिली है.


आप संक्रमित हो सकते हैं?


इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, अस्पताल में भर्ती गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के कम से कम 92% रोगियों में वायरस का पता चला था और 86% तक खांसी हो रही थी. इसके अलावा, 27% सांस लेने में तकलीफ और 16% में घरघराहट के लक्षण दिखाई दिए. साथ ही, 16% में निमोनिया के लक्षण थे और 6% दौरे के साथ पेश किए गए थे. एक संक्रमित व्यक्ति को दस्त और उल्टी जैसी गैस्ट्रिक समस्याओं का भी अनुभव हो सकता है. यह सामान्य फ्लू वायरस दिसंबर से मार्च तक बच्चों और बुजुर्गों में काफी आम है. 


सबसे कमजोर कौन है?


विशेषज्ञों के अनुसार, बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चे भी H3N2 वायरस सहित मौसमी इन्फ्लूएंजा से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं. अस्थमा, मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले बच्चों के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि, उचित उपचार तेजी से ठीक होने में मदद कर सकता है.


ठीक होने में कितना समय लगता है?


संक्रमण आमतौर पर लगभग पांच से सात दिनों तक रहता है. तीन दिन के अंत में बुखार उतर सकता है. हल्के संक्रमण की स्थिति में भी खांसी अधिक समय तक बनी रह सकती है. अगर खांसी बढ़ रही है और बुखार तीन दिनों के बाद भी बढ़ता रहता है, तो अपने डॉक्टर से दोबारा संपर्क करना सबसे अच्छा है.


संक्रमित होने से कैसे बचें


सांस की बूंदों से फैलने वाले संक्रमण को रोकने के लिए स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है. भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें और सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनें. अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं, विशेष रूप से खाने से पहले और ट्रैवलिंग करने के बाद. जब भी आप अपने हाथ नहीं धो सकते हैं तो हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें. संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.