नई दिल्लीः अक्सर लोग हाथ क्लीन करने और बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं. यहां तक की अपने बच्चों को भी इसका इस्तेमाल करवाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं ये फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान ही पहुंचाता है. जी हां, एक हालिया रिसर्च कुछ यही कहती है.


क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च के मुताबिक, एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने से बच्चों को कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं. इनमें पेट दर्द, मितली आना और वोमेटिंग होना तो शामिल है ही, साथ ही बच्चा‍ कोमा में भी जा सकता है.

किसने करवाई रिसर्च-
अमेरिकी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) एंड प्रिवेंशन के शोधकर्ताओं के मुताबिक, हैंड सैनिटाइजर अगर बच्चे निगल जाते हैं या फिर उसके संपर्क में आते हैं तो बच्चों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

कैसे की गई रिसर्च-
इस सुगंधित एल्कोहलिक हैंड सैनिटाइजर पर रिसर्च करने के लिए यूएस बेस्ड सीडीसी सेंटर ने 2011 से 2014 तक के 12 साल के बच्चों को इस शामिल किया. हैंड सैनिटाइजर को जहर के रूप में डिफाइन किया गया. फिर चाहे ये एल्कोहलिक हो या नॉन एल्कोहलिक.

हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल से होने वाले खतरे को 6 से 12 साल तक के बच्चों के बीच अधिक देखा गया. 2011 से 2014 तक में 12 साल तक के 70,669 बच्चे हैंड सैनिटाइजर के संपर्क में आए. इनमें से 92% बच्चे एल्कोहलिक हैंड सैनिटाइजर के संपर्क में थे और 8% नॉन एल्कोहलिक हैंड सैनिटाइजर के.

गर्मी में करता है कम नुकसान-
सर्च में ये भी देखा गया कि गर्मिर्यों में बड़ी उम्र के बच्चों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैंड सैनिटाइजर का नेगेटिव इफेक्ट कम देखने को मिला. हालांकि इसका कारण सामने नहीं आया लेकिन ये माना जा रहा है कि स्कूल की छुट्टियां होने पर या फिर गर्मी के मौसम में फ्लू कम होने पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल कम होता है.

शोधकर्ताओं ने बच्चों की सेहत को देखते हुए चेतावनी दी है कि एल्कोहलिक प्रोडक्ट बच्चों के लिए इस्तेमाल करने से पहले सावधानी जरूर बरतें.