हरियाली तीज का त्योहार महिलाओं के लिए बहुत खास होता है. इस दिन वे अपने हाथों में मेहंदी लगाकर सजती-संवरती हैं. मेहंदी के बिना तीज का त्योहार अधूरा सा लगता है. लेकिन सही मेहंदी चुनना बहुत जरूरी है, क्योंकि गलत मेहंदी के इस्तेमाल से हाथों का रंग फीका पड़ सकता है और त्वचा पर एलर्जी या रैशेज हो सकते हैं. आज हम जानेंगे कि तीज की तैयारी के लिए कौन सी मेहंदी चुननी चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपके हाथों की रंगत गहरी और खूबसूरत बने. 


नेचुरल मेहंदी का इस्तेमाल करें
हमेशा नेचुरल मेहंदी का ही उपयोग करें. बाजार में मिलने वाली केमिकल युक्त मेहंदी से हाथों में एलर्जी और रैशेज हो सकते हैं. नेचुरल मेहंदी से कोई नुकसान नहीं होता और इसका रंग भी गहरा आता है. 


ताजा मेहंदी खरीदें
पुरानी और एक्सपायर हो चुकी मेहंदी का इस्तेमाल न करें.हमेशा ताजा मेहंदी खरीदें और पैकेट की एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें. ताजा मेहंदी का रंग बेहतर और टिकाऊ होता है. 


खुद पेस्ट तैयार करें
अगर संभव हो, तो घर पर ही मेहंदी का पेस्ट तैयार करें. नेचुरल मेहंदी पाउडर में पानी, नींबू का रस और थोड़ी चीनी मिलाकर पेस्ट बनाएं. इस पेस्ट से हाथों का रंग गहरा और लंबे समय तक टिकता है. 


मेटल से बचें
मेंहदी लगे हाथों को मेटल की चीजों से बचाएं, क्योंकि मेटल के संपर्क में आने से रंग हल्का हो सकता है. कोशिश करें कि मेंहदी सूखने तक मेटल की चीजों से दूरी बनाएं. 


मेंहदी के बाद ध्यान रखें
मेंहदी लगाने के बाद उसे 6-8 घंटे तक अच्छे से सूखने दें. हाथों को पानी से दूर रखें. सूखने के बाद मेंहदी को पानी से न धोएं, बल्कि हल्के हाथों से खुरचकर उतारें. इसके बाद हाथों पर नींबू और चीनी का मिश्रण लगाएं और फिर से सूखने दें. इससे रंग गहरा आता है. 


तेल का उपयोग करें
मेंहदी हटाने के बाद हाथों पर सरसों का तेल, नारियल का तेल या बाम लगाएं. इससे मेंहदी का रंग और गहरा होता है और त्वचा भी मुलायम रहती है. 


केमिकल वाली मेहंदी के नुकसान



  • त्वचा पर एलर्जी : केमिकल वाली मेहंदी लगाने से त्वचा पर एलर्जी हो सकती है. इससे हाथों पर रैशेज, खुजली, जलन और सूजन हो सकती है. कुछ मामलों में, त्वचा पर लाल निशान भी हो सकते हैं. 

  • रैशेज और खुजली : केमिकल वाली मेहंदी के इस्तेमाल से रैशेज और खुजली की समस्या आम है. इसमें मौजूद हानिकारक तत्व त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे खुजली और रैशेज होते हैं. 

  • त्वचा का काला पड़ना : कुछ केमिकल वाली मेहंदी में पेराफेनिलिनेडाइमाइन (PPD) होता है, जो त्वचा को काला कर सकता है. इससे त्वचा पर दाग-धब्बे पड़ सकते हैं और यह बहुत समय तक नहीं जाते. 

  • जलन और सूजन : केमिकल वाली मेहंदी लगाने से त्वचा पर जलन और सूजन हो सकती है. अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो यह समस्या और भी बढ़ सकती है. 

  • त्वचा का इंफेक्शन : केमिकल वाली मेहंदी से त्वचा पर इंफेक्शन भी हो सकता है. इससे हाथों पर फफोले और घाव हो सकते हैं, जो धीरे-धीरे ठीक होते हैं और निशान छोड़ जाते हैं.

  • गंभीर हेल्थ समस्याएं :  लंबे समय तक केमिकल वाली मेहंदी के इस्तेमाल से गंभीर हेल्थ समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और अन्य एलर्जी प्रतिक्रियाएं. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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