What Happen When You  Have Coffee At Night:  एग्जाम्स नजदीक हो तो नींद यूं ही उड़ जाती है. रही सही कसर कॉफी से पूरी कर ली जाती है. रातभर पढ़ाई करते समय ताजगी बनी रहे. इस सोच के साथ स्टूडेंट्स कॉफी का सहारा ले लेते हैं. लेकिन कब कितनी कॉफी पीना सही है ये जानना भी बहुत जरूरी है. सिर्फ इतना ही नहीं ये भी समझना जरूरी है कि कॉफी की वजह से आपकी सेहत पर क्या असर पड़ रहा है. जिस कॉफी को आप अपना सबसे पक्का साथी मान रहे हैं कहीं वो आपको कुछ नुकसान तो नहीं पहुंचा रही.

 

ज्यादा मात्रा में कॉफी पीना

अगर कॉफी पीना मजबूरी है ही तो भी उसकी मात्रा सीमित करना जरूरी है. एक दिन में चार कप कॉफी से ज्यादा न पिएं तो बेहतर है. ज्यादा कॉफी पीने की आदत से एक वक्त के बाद सिर में दर्द बना रह सकता है. कॉफी का असर हार्ट बीट पर भी पड़ता है. जो असामान्य हो सकती हैं.

 

शक्कर पर भी गौर करें

मीठी कॉफी पीने के शौकीन है तो शुगर की मात्रा  पर भी जरूर ध्यान दें. ज्याद शक्कर वाली कॉफी पीना या कॉफी के जरिए बार बार शक्कर का सेवन करना भी नुकसानदायी हो सकता है. ज्यादा शक्कर कंज्यूम करने का सेहत पर बुरा असर पड़ता ही है. इसके अलावा ज्यादा शक्कर की वजह से सुस्ती भी आ सकती है. जिसका असर पढ़ाई पर पड़ता है.

 

थकान बढ़ने का डर

कॉफी पीने के बाद आप तुरंत एनर्जी महसूस कर सकते हैं. लेकिन एक वक्त के बाद ये अचानक मिली एनर्जी आपको ज्याद थका भी सकती है. नींद उड़ाने के लिए पी गई कॉफी की मात्रा ज्यादा होने पर थकान और मूड स्विंग की शिकायत हो सकती है.

 

इम्यून सिस्टम पर असर

कॉफी का ये सबसे बुरा प्रभाव है. कॉफी में मिले कैफिन से फौरीतौर पर राहत मिलती है. इसका डोपामाइन और सिरेटॉनिन बॉडी को रिलेक्स करता है. लॉन्ग टर्म में यही चीजें शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर बनाती है. भूख, नींद और पाचन को भी प्रभावित करती हैं. 

 

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