Medicine And Milk: दूध के साथ कौन-कौन सी दवाइयां नहीं खानी चाहिए, यहां है जवाब
कुछ दवाईयां दूध के साथ नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि शरीर इन्हें सही तरह से एब्जॉर्ब नहीं कर पाता है. मतलब दूध में कैल्शियम काफी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है, जो दवाई का असर ही धमा कर देता है.
Medicine Avoid With Milk : दूध कंप्लीट फूड माना जाता है, जिसे डाइजेस्ट करने के लिए शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, दूध को इसके उल्टे नेचर वाले फूड्स या दवाओं के साथ लेने से इनडाइजेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कई लोग दूध के साथ दवा भी लेते हैं. उन्हें लगता है कि यह ज्यादा फायदेमंद होता है और इससे दवा जल्दी असर करती है, जो गलत है.
दरअसल, दूध में कैल्शियम समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं लेकिन अगर इनके साथ कुछ दवाईयां ले ली जाएं तो नुकसानदायक भी हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि दवाईयां हमेशा पानी के साथ ही लेनी चाहिए. बिना डॉक्टर से पूछे कोई दवा, दूध के साथ नहीं खानी चाहिए. ऐसे में आइए जानते हैं कुछ ऐसी दवाईयां, जिन्हें दूध के साथ अवॉयड करने में ही भलाई है...
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1. आयरन सप्लीमेंट्स टैबलेट्स
खून में आयरन जब आयरन की कमी हो जाती है, तब डॉक्टर फेरस सल्फेट और फेरस ग्लूकोनेट जैसी गोलियां दे सकते हैं. अगर इन दवाईयों को दूध के साथ लेते हैं तो दिक्कतें पैदा हो सकती हैं. इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए. अगर आप दूध ले रहे हैं तो कम से कम दो घंटे के बाद ही दवा लें.
2. थायराइड की दवाईयां
हाइपोथायरायडिज्म यानी थायरॉयड के इलाज में लेवोथायरोक्सिन (सिंथ्रॉइड, लेवोक्सिल, लेवोथायराइड, यूनीथ्रॉइड), आर्मर थायराइड और लियोथायरोनिन (साइटोमेल) जैसी दवाईयां काम आती हैं. ये दवाईयां खाली पेट ही लेने की सलाह दी जाती है लेकिन अगर इन दवाओं खासकर लेवोथायरोक्सिन को दूध के साथ लेते हैं तो कई प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए. इन टैबलेट्स को दूध के पहले या बाद कम से कम 4 घंटे का गैप रखें.
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3. टेट्रासाइक्लिन एंटीबायोटिक्स टैबलेट्स
टेट्रासाइक्लिन एंटीबायोटिक्स दवाईयां का एक ग्रुप है, जिन्हें गलती से भी दूध के साथ नहीं लेना चाहिए. इनमें UTI, रेस्पिरेटरी ट्रेक इंफेक्शन और स्किन की समस्याएं जैसे मुंहासें या अन्य की दवाईयां भी होती हैं. इनका काम बैक्टीरियल ग्रोथ को रोकता है. इनका ज्यादा फायदा पाने के लिए दूध से कम से कम एक-दो घंटे पहले या बाद में लें.
4. बिस्फोस्फोनेट
हड्डियों की दवा बिस्फोस्फोनेट दवाओं का एक ग्रुप है, जिसका इस्तेमाल ऑस्टियोपेनिया, ऑस्टियोपोरोसिस और बोन कैंसर जैसी हड्डी से जुड़ी बीमारियों के इलाज में होता है. इन दवाओं को दूध के साथ लेने से ज्यादा असर नहीं हो पाता है. इसका लाभ लेने के लिए आमतौर पर सुबह खाली पेट ही लेना पड़ता है. दूध पीने के कम से कम 1 घंटे बाद ही इन मेडिसिन को लें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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