Deep Breathing: योग और प्राणायाम दोनों ही स्वस्थ रहने की विधियां हैं. दोनों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर व्यापक असर होता है. जो लोग सही विधि से योग और प्राणायाम (Pranayam) को करते हैं और जिन्होंने किसी प्रक्षिशित योगाचार्य (Yoga expert) से इनकी ट्रेनिंग ली है, वे सभी लोग इन विद्याओं में सांस लेने और सांस छोड़ने के महत्व को समझते हैं. योग (Yoga) शुरू करने से पहले और मेडिटेशन (Meditation) के दौरान गहरी सांस लेकर मन को शांत और एकाग्र (Focus) करने का काम किया जाता है. ताकि आप योगासन के माध्यम से अपने-आपसे जुड़ सकें. अब सवाल यह उठता है कि आखिर गहरी सांस लेने के क्या फायदे हैं और यह शरीर पर कैसे काम करती है? इन प्रश्नों के उत्तर आपको यहां मिलेंगे...
गहरी सांस लेने के क्या फायदे हैं?
- जल्दी थकान नहीं होती
- गुस्सा कम आता है
- मन खुश और शांत रहता है
- तनाव कम होता है
- फोकस बढ़ता है
- नींद अच्छी आती है
- रोगों से जल्दी रिकवरी होती है
- एंग्जाइटी, डिप्रेशन दूर रहते हैं
- पाचन सही रहता है
गहरी सांस लेना क्यों जरूरी है?
ऊपर बताए गए फायदों के अलावा गहरी सांस लेने के और भी कई लाभ होते हैं, जो इनडायरेक्ट रूप से सेहत और सौंदर्य को लाभ पहुंचा रहे होते हैं. जैसे, बालों का झड़ना कम होता है और स्किन का ग्लो बढ़ता है. अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर सिर्फ गहरी सांस लेने से इतने सारे फायदे होते कैसे हैं? आइए समझते हैं. जब हम गहरी सांस लेते हैं तो हमारे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है. यह ऑक्सीजन रक्त (Blood)के साथ मिलकर पूरे शरीर में प्रवाहित (Circulate) होती है, इससे बॉडी के सभी ऑर्गन्स अपना-अपना काम सही तरीके से कर पाते हैं. क्योंकि उन्हें ब्लड, ऑक्सीजन के साथ ही आयरन भी मिलता है.
शरीर में प्रवाहित होने वाला रक्त अपने आपमें कई चीजों का मिश्रण है, जिनकी जरूरत शरीर के अंगों को होती है. जैसे, प्लाज्मा (Blood plasma), लाल रक्त कोशिकाएं (Red blood cell), श्वेत रक्त कोशिकाएं (White blood cells), ऑक्सिजन, आयरन, मिनरल्स इत्यादि. इनका लगातार प्रवाह बॉडी ऑर्गन्स को अपना काम करने और स्वस्थ बने रहने में सहायता करता है. जब शरीर का हर अंग स्वस्थ होता है तो आप पूरी तरह स्वस्थ बने रहते हैं.
क्या है गहरी सांस लेने की विधि?
शुरुआत में आपको गहरी सांसे लेने में दिक्कत हो सकती है और आपको महसूस हो सकता है कि यह बहुत मुश्किल काम है, जिसके लिए आपको सांसों का भी ध्यान रखा पड़ रहा है. लेकिन कुछ दिन लगातार करने पर यह आपकी आदत में शामिल हो जाएगा और फिर आप अपने आप ही गहरी सांसें लेंगे. लेकिन शुरुआत में इस बात का ध्यान रखें...
जब आप सांस अंदर खींचें तो इस दोरान आपका सीना फूलना चाहिए और पेट में हल्का उभार आना चाहिए और जब आप सांस छोड़ें तो पेट तेजी से अंदर जाना चाहिए. कुछ दिन ऐसा करके देखिए आपकी कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं बिना दवाओं और थेरपी के ही ठीक हो जाएंगी.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: मॉनसून में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, सुरक्षित होगा पूरा परिवार
यह भी पढ़ें: इन कारणों से भी हो सकती है आंख फड़कने की समस्या, डरें नहीं जागरूक बनें