बथुआ एक दिव्य औषधी है. जब गेहूं बोया जाता है तो उसके बीच में बथुआ बीच-बीच में खुद ही उग आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं ये बथुआ कई गंभीर बीमारियों को दूर कर सकता है.
- बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं को कई तरह की बीमारियां हो जाती है. हाथ-पैरों में सूजन हो जाती है, कई तरह के इंफेक्शन भी हो जाते हैं. बच्चे के जन्म के बाद अच्छी सेहत के लिए महिलाओं को बथुआ खाना चाहिए.
- पेट की सूजन, अंदरूनी इंफेक्शन को रोकने के लिए 10 ग्राम बथुए के पाउडर में थोड़ा आजवायन, मेथी, बथुए का बीज और गुड़ मिलाकर इसका काढ़ा बनाएं. इसमें दशमूल का काढ़ा भी मिला सकते हैं. इसे सुबह-शाम 15-20 पिएं. अंदरूनी सभी इंफेक्शन ठीक हो जाएंगे.
- इस पेयजल का सेवन करने से किसी भी तरह के बुखार या सर्दी से जुड़ी बीमारियों से निजात मिलती है.
- ध्यान रखें गर्भवती महिलाएं बथुए का काढ़ा ना पीएं.
- खून की कमी या एनमिक हैं तो बथुए के रस में थोड़ा पानी मिलाकर पीएंगे तो लाभ होगा.
- बहुत ज्यादा बथुए का रस पीने से लूज मोशन भी लग जाते हैं. 25-50 ग्राम से अधिक का लें.