Benefits Of Kalmegh: कालमेघ में बेशुमार औषधीय गुण हैं. आप मौसमी सर्दी जुकाम और बुखार में कालमेघ का सेवन करसकते हैं. कालमेघ शरीर की इम्युनिटी बढ़ाता है. इसके अलावा कालमेघ पेट से जुड़ी कई बीमारियों में राहत देने में भी सक्षम है. ये देश के उत्तरी हिस्से समेत पश्चिम बंगाल में भी मिलता है. कड़वा होने के बावजूद कालमेघ के गुणों के कारण जानकार इसका सेवन करने से चूकते नहीं है. कई जगहों पर कालमेघ को चिरायता के नाम से भी जानते हैं. इस जड़ी में इतनी कड़वाहट होती है कि इस किंग ऑफ बिटर भी कहा जाता है. 

 

सेवन का तरीका

कालमेघ को पानी में उबाल कर पिया जाता है. इसकी पत्तियों को धो कर, पानी में भिगो दें. कुछ देर  बाद उबलने रख दें. इसे तब तक उबालना है जब तक पानी एक चौथाई न रह जाए. ये पानी ठंडा करके आप पी सकते हैं.

 

शुगर कंट्रोल के लिए

कालमेघ शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाने में मददगार होता है. मसल्स और सेल्स में मौजूद ग्लूकोज को कम करने में भी कालमेघ फायदेमंद है. जिनकी शुगर बढ़ी हुई होती है उन्हें रोज सुबह कालमेघ का पानी पीने की सलाह दी जाती है. कालमेघ के सूखे पत्तों का काढ़ा शुगर पेशेंट के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है.

 

वजन घटाने में

कालमेघ का पानी पीने से मेटाबॉलिक रेट में बढ़ती है. मेटाबॉलिज्म तेज होने से फैट आसानी से बर्न होता है. इसके अलावा कालमेघ पेट से जुड़ी समस्या जैसे एसिडिटी, इनडाइजेशन, कॉन्स्टिपेशन को भी दूर करता है.

 

लिवर के लिए

कालमेघ में हेपेटोप्रोटेक्टिव और हेपेटोस्टिमुलेटिव नाम के तत्व होते हैं. ये दोनों ही गुण पीलिया जैसी बीमारी में लिवर को मजबूत बनाते हैं. पित्त को रेग्यूलेट करके कालमेघ लिवर के काम को आसान बनाता है. 

 

स्किन के लिए

कालमेघ के पानी से चेहरा धोने पर पिंपल्स और एक्ने कम होते हैं. स्किन पर होने वाली जलन, रूखापन या फिर खुजली की समस्या भी कम होती है. कालमेघ खून साफ करने वाली जड़ी है. जिसका असर स्किन पर भी दिखाई देता है.