नईदिल्लीः विंटर्स में लोग मूली बड़े चाव से खाते हैं. कभी मूली का परांठा तो कभी सलाद के रूप में मूली खाते हैं. कुछ लोग तो इस मौसम में मूली का अचार भी खाना पसंद करते हैं. मूली को लच्छे के रूप में भी बनाकर खाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं सर्दियों में मूली खाने के बहुत फायदे भी हैं. इतना ही नहीं, मूली खाने से कई बीमारियों को भी दूर किया जा सकता है. चलिए जानते हैं आचार्य बालकृष्ण जी से मूली के फायदों के बारे में.


सेंगरी फली
मूली के पत्तों के ऊपर जब फलियां आनी शुरू हो जाती हैं उसे सेंगरी फली यानी मूली की फली के नाम से जाना जाता है. सेंगरी फली को देशभर में खूब चाव से खाया जाता है.

खांसी और बलगम के लिए उपयोगी
सेंगरी फली के छोटे-छोटे पीस करके इसे छांव में सुखाएं और सुखाकर जला दें, इससे इसकी राख बन जाएगी. राख को तकरीबन राख से 8-10 गुना अधिक पानी में भिगो दें. जब ये राख 5-7 घंटे पानी में भीग जाए तो धीरे-धीरे इसे पानी में हिलाकर राख को बाहर निकाल लें और नीचे बचे गाढ़े भाग का सेवन करें. इसके सेवन से सांस संबंधी सभी बीमारियां दूर होंगी. खांसी और बलगम के लिए भी ये बहुत उपयोगी है.

सांस संबंधी बीमारियां हो जाएंगी दूर
मूली की राख भी आपके लिए बहुत फायदेमंद है. यदि मूली की राख आधा किलो है तो उसमें 100 ग्राम पिपली को पीसकर उसे शहद के साथ खाएं. छोटे बच्चे को 100-200 एमजी और बड़ों को आधा ग्राम इस राख का सेवन शहद के साथ मिलाकर चटा दें. इससे खांसी, कफ, सांस संबंधी बीमारियां दूर हो जाएंगी.