Vitamin B-12 Benefits: डिप्रेशन को दूर कर हड्डियों को मजबूत करता है विटामिन बी-12, शरीर को मिलते हैं ये फायदे
Vitamin B-12 से दिमाग, दिल, त्वचा, बाल, हड्डियां और दूसरे अंग स्वस्थ रहते हैं. इससे शरीर को कई फायदे मिलते हैं. आप विटामिन बी-12 से भरपूर इन खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
Vitamin B-12 For Health: विटामिन बी-12 एक वाटर सोल्युबल यानि पानी में घुल जाने वाला विटामिन है. हमारे शरीर में डीएनए (DNA) के निर्माण और लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) के निर्माण के लिए विटामिन बी-12 जरूरी है. शरीर को ऊर्जावान बनाने (Energy), कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कंट्रोल रखने, त्वचा (Skin), बालों (Hair) और नाखूनों (Nails) को मजबूत बनाने के लिए भी विटामिन बी-12 की जरूरत होती है. इससे मेटाबॉलिज्म (Metabolism) मजबूत होता है.
विटामिन बी-12 के सेवन से शरीर को कई फायदे मिलते हैं. जानते हैं विटामिन बी-12 के फायदे और प्राकृतिक स्रोत.
विटामिन बी-12 के प्रकार (Types Of Vitamin B-12)
1- मिथाइलकोबालामिन (Methylcobalamin)- इसका उपयोग पोषण संबंधी बीमारियों के साथ-साथ रूमेटाइड अर्थराइटिस और अल्जाइमर रोग जैसी बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है. डायबिटीज से होने वाले दर्द, कमर दर्द और नसों के दर्द को इससे कम करने में मदद मिलती है.
2- एडेनोसिलकोबालामिन (Adenosylcobalamin)- विटामिन बी-12 का ये दूसरा प्रकार आपके मेटाबॉलिज्म स्तर को प्रभावित करता है. इसलिए आपके शरीर में विटामिन बी-12 की कमी नहीं होनी चाहिए.
विटामिन बी-12 के फायदे
1- लाल रक्त कोशिका गठन और एनीमिया को रोकने में मदद- विटामिन बी-12 शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) के निर्माण में मदद करता है. विटामिन बी-12 की कमी होने लाल रक्त कोशिका का असामान्य विकास हो सकता है, इस स्थिति को मेगालोब्लास्टिक एनीमिया (megaloblastic anaemia) कहते हैं. इसमें लोगों को थकान और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं.
2- बर्थ डिफेक्ट्स को रोकता है- प्रेगनेंसी में गर्भवती महिलाओं को विटामिन बी-12 का सेवन करने की सलाह दी जाती है. इससे भ्रूण के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को ठीक से विकसित होने में मदद मिलती है. इससे बच्चे के गर्भपात और जन्म दोष के खतरों को कम किया जा सकता है.
3- हड्डी का स्वास्थ रखे- विटामिन बी-12 आपकी हड्डियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है. विटामिन बी-12 से शरीर में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को रोकने में मदद मिलती है.
4- आंखों के लिए फायदेमंद- विटामिन बी-12 उम्र के साथ पनपने वाले आंखों के रोग को दूर करने में भी मदद करता है. मैक्यूलर डिजनरेशन जैसे नेत्र रोग भी इससे कम हो सकते हैं. इससे रेटिना से जुड़ी समस्याएं भी कम होती है.
5- अवसाद (डिप्रेशन) को दूर करता है- 5 विटामिन बी-12 आपके मूड को भी बेहतर बनाने का काम करता है. विटामिन बी-12 आपके न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है. नींद की कमी, डिप्रेशन, नर्वस सिस्टम को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी विटामिन बी-12 जरूरी है. Image
6- वजन कम करने में मदद करे- विटामिन बी-12 हमारे मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे शरीर में तेजी से कैलोरी बर्न होती हैं. इससे वजन कम करने में मदद मिलती है और खाना फैट के रूप में जमा नहीं होता है.
7- ऊर्जा को बढ़ता है- विटामिन बी-12 के सेवन से आपकी एनर्जी अच्छी रहती है. सभी बी विटामिन आपके शरीर को ऊर्जा देने का काम करते हैं. इससे आपके शरीर को भरपूर एनर्जी मिलती है.
8- हृदय स्वास्थ्य में सुधार- विटामिन बी-12 आपको हृदय रोग के खतरों से बचाने का काम करता है. विटामिन बी-12 होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है जिससे आपका हार्ट हेल्दी रहता है. शाकाहारी लोगों में विटामिन बी-12 की कमी से हृदय रोग के खतरे बढ़ सकते हैं.
9- बालों, त्वचा और नाखूनों को रखे स्वस्थ- विटामिन बी-12 सेल उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है. इससे बाल, त्वचा और नाखूनों को स्वस्थ रखा जा सकता है. विटामिन बी-12 से हाइपरपिग्मेंटेशन, नाखून मलिनकिरण, बालों में परिवर्तन, विटिलिगो जैसी कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है.
10- डीएनए संश्लेषण में मदद करे- हमारा शरीर कई कोशिकाओं से बना है और हर कोशिका में कई डीएनए होते हैं. डीएनए शारीरिक और मानसिक विकास और प्रजनन में मदद करते हैं. शरीर में डीएनए बढ़ने की प्रक्रिया को डीएनए संश्लेषण (DNA Synthetic/ DNA Replication) कहते हैं जिसके लिए विटामिन बी-12 की जरूरत पड़ती है.
विटामिन बी-12 से भरपूर खाद्य पदार्थ (Food Source of Vitamin B-12)
मांसाहारी स्रोत- विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए नॉन वेजिटेरियन लोगों के पास कई विकल्प है. ऐसे लोग मछली, मांस, चिकन, बीफ, पोर्क, अंडे से विटामिन बी-12 की कमी को आसानी से पूरा कर सकते हैं.
शकाहारी स्रोत- वेजिटेरियन लोग दूध, दही, पनीर, चीज, खोया, टोफू और दूध से बने दूसरे उत्पादों से इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं.
वीगन स्रोत: जो लोग वीगन हैं उनके लिए ओट्स, सोयाबीन, ब्रोकली और सब्जियां ही विकल्प हैं. ऐसे लोगों को सप्लीमेंट्स लेने की भी जरूरत पड़ सकती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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