Alcohol Side Effects : क्या शाम होते ही आपको शराब की याद आने लगती है. क्या बिना शराब पिए एक दिन भी गुजारना आपके लिए मुश्किल है, अगर हां तो सावधान हो जाइए. क्योंकि इसका खतरनाक इफेक्ट्स सेहत पर पड़ता है. ज्यादा शराब पीना ब्रेन के आकार को छोटा कर सकता है. अधिक शराब पीने का सेहत ही नहीं ब्रेन (Alcohol Side Effects on Brain) को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकती है.


 

शराब का ब्रेन पर असर

हमारे शरीर का Metabolism Capacity निश्चित होती है. इसलिए ज्यादा शराब पीने से मेटाबॉलिक प्रॉसेस सही तरह से नहीं हो पाती है. शरीर पर शराब का असर बहुत जल्दी हो जाता है. यह पेट के अस्तर (Stomach Lining) से ब्लड में ऑब्जर्व आ जाती है. इसके बाद शरीर के टिशूज में फैलने लगती है. शराब 5 मिनट में दिमाग तक पहुंच जाती है और सिर्फ 10 मिनट में इसका असर दिखने लगता है.

 

कब तक शरीर में रहती है शराब

शराब शरीर के अंदर जाने के करीब 20 मिनट बाद ही लिवर अल्कोहल को प्रॉसेस करने लगता है. हर घंटे लीवर एक Ounce Alcohol का मेटाबॉलिज्म कर सकता है. अल्कोहल लेवल को शरीर के सिस्टम को छोड़ने में लगभग साढ़े 5 घंटे का समय लगता है. शराब यूरिन में 80 घंटे तक और बालों के रोम में 3 महीने तक रह सकती है. हमारे शरीर में शराब का नशा तब होता है, जब अल्कोहल का सेवन आपके शरीर की अल्कोहल को मेटाबोलाइज करने और इसे तोड़ने की क्षमता से अधिक हो जाता है.

 

ब्रेन पर शराब का इफेक्ट 

शरीर शराब को पूरा अब्जॉर्व कर लेता है. यह ब्रेन (Alcohol effect on Brain) की सूचनाओं को भी प्रभावित कर सकता है. इसके साथ ही ब्रेन के आकार में कमी आ सकती है और कई दूसरे हानिकारक प्रभाव हो सकते  हैं.

 

मेमोरी और ब्रेन फंक्शन के लिए खतरनाक

शराब ब्रेन के फ्रंटल लोब्स को पूरी तरह प्रभावित करता है. यह डिसीजन मेकिंग और इम्पल्स कंट्रोल जैसे काम करता है. यह हिप्पोकैम्पस को भी प्रभावित करता है. अगर कोई लंबे समय तक शराब का सेवन करता है तो ब्रेन के टिशूज को नुकसान पहुंच सकता है.

 

दिमाग पर कितने दिन तक शराब का असर

शराब पीने के बाद दिमाग को सामान्य होने में कम से कम 15 दिन का समय लग सकता है. अल्कोहल रिकवरी टाइमलाइन स्टार्ट होने तक यह होता रहता है. अब जब तक दिमाग ठीक नहीं होता, तब तक शराब पीने की लत कम नहीं कर पाएगा.

 

शराब की लत छुड़ाने क्या करें

अगर आप शराब की लत छोड़ना चाहते हैं तो समय रहते इसके नुकसान और दुष्परिणाम को समझ जाना चाहिए. यह समझना भी जरूरी है कि शराब छोड़ने से मेंटल हेल्थ में सुधार होता है. इससे एंग्जायटी लेवल लो हो जाता है और मूड बेहतर होती है.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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