Artificial Food Colors : आजकल हमारे खानपान में काफी बदलाव हो रहा है. खाने की कई रंग-बिरंगी चीजें हमें आकर्षित करती हैं. हम भी उनका सेवन करते हैं, बिना ये सोचे कि इनका सेहत पर क्या असर हो सकता है. डेली लाइफ में कई रंग बिरंगे फूड्स का इस्तेमाल बढ़ गया है. जिनमें कई तरह के आर्टिफिशियल कलर्स मिलाए जाते हैं, जिनका हमारी सेहत पर खतरनाक असर (Artificial Food Color Side Effects) पड़ता है.


ये स्लो पॉइजन की तरह हमारी बॉडी पर अपना असर छोड़ते हैं. बच्चों को पसंद आने वाली टॉफियों, जेली, जेम्स जैसी चीजों में भी इन कलर्स का खूब इस्तेमाल होता है, जो उनकी सेहत के लिए हानिकारक है. ऐसे में आइए जानते हैं आर्टिफिशियल कलर का बच्चों और हमारी सेहत पर क्या असर पड़ता है, किन फूड्स में ये कलर्स पाए जाते हैं...


आर्टिफिशियल फूड कलर्स के साइड इफेक्ट्स


1. कैंसर का खतरा
ऑर्टिफिशियल फूड कलर जब ज्यादा मात्रा में हमारे शरीर में पहुंचता है तो कैंसर का खतरा बढ़ाता है. दरअसल, आर्टिफिशियल फूड कलर्स बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल होता है, उनमें बेंजीन यानी कार्सिनोजेन पाया जाता है, जो बेहद खतरनाक होता है. इन फूड कलर में कई केमिकल्स भी मिलाए जाते हैं, जो कई घातक बीमारियों का कारण बन सकती हैं. कई रिसर्च में दावा किया गया है कि ज्यादा समय तक आर्टिफिशियल फूड कलर का सेवन कैंसर का खतरा पैदा करता है.


2. एलर्जी बढ़ सकती है
आर्टिफिशियल फूड कलर्स का ज्यादा सेवन करने से बच्चों को एलर्जी भी हो सकती है. इससे सांस फूलने की समस्या, पेट दर्द, ऐंठन, स्किन रैशेज, सूजन हो सकती है. बच्चों में इससे कई और दिक्कतें बढ़ सकती हैं.


3. मानसिक समस्या
अगर आप या आपका बच्चा उन चीजों का ज्यादा सेवन करता है, जिनमें आर्टिफिशियल फूड कलर का इस्तेमाल हुआ है तो मानसिक बीमारी अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) भी हो सकता है. इस बीमारी की वजह से एकाग्रता की कमी और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में इन फूड्स से खुद को और बच्चों को दूर रखना चाहिए.


इनन फूड्स में होता आर्टिफिशियल कलर्स का इस्तेमाल
अनाज
कैंडी, चिप्स, च्यूइंग गम
अचार, रेडीमेड जूस
मीठा दही
एनर्जी बार
ओटमील, पॉपकॉर्न, व्हाइट ब्रेड
सलाद ड्रेसिंग, वनीला आइसक्रीम
बालसैमिक विनेगर
कोला और रेडिमेड ड्रिंक्स


इन चीजों में नहीं होता आर्टिफिशियल कलर्स का इस्तेमाल
दूध, सादा दही, पनीर, अंडे
बिना स्वाद वाले बादाम, काजू, अखरोट, सूरजमुखी के बीज 
सभी ताजे फल और सब्जियां
जई, ब्राउन राइस, क्विनोआ, जौ जैसे अनाज
काली बीन्स, छोले, नेवी बीन्स, दाल, किडनी बीन्स


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


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