What Do Not Eat During Sawan: 14 जुलाई 2022 से हिन्दू धर्म के पवित्र महीने सावन (Sawan 2022) की शुरुआत हो गई है. यह 13 अगस्त तक चलेगा. इस महीने में भगवान शिव की आराधना की जाती है. इस समय भारत में बरसात का सीजन रहता है ऐसे में चारों ओर प्रकृति में हरियाली छाई हुई रहती है. इसे सबसे खूबसूरत महीनों में से एक माना जाता है. जहां इस महीने में चारों ओर खूबसूरती छाई रहती है वहीं इस दौरान अपनी सेहत का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है. आयुर्वेद (Ayurveda)  में अक्सर सावन के महीने अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखने को कहा जाता है.


इसके साथ ही इस महीने में बहुत सी चीजों को इस महीने खाने से मनाही भी होती है. कुछ चीजों को न खाने के पीछे वैज्ञानिक कारणों कारण है. वहीं कुछ चीजों को धार्मिक कारणों से कारण खाने से मना किया जाता है. क्या आपको पता है कि इस मौसम में अक्सर लोगों को कढ़ी खाने से मना किया जाता है. अगर आपको इसका कारण नहीं पता है तो हम आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं-


सावन में कच्चे दूध और दही का न करें सेवन
गौरतलब है कि अक्सर सावन के महीने में कढ़ी को खाने से मना किया जाता है. इसके साथ ही इस सीजन में दही और कच्चे दूध के सेवन की भी मनाही रहती है. इसके दो पहलू है. पहला पहली धार्मिक है. इसके अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना की जाती है. ऐसे में सावन में कच्चे दूध (Raw Milk) को भगवान शिव को अर्पित किया जाता है. वहीं इसके अलावा इसका वैज्ञानिक पहलू यह है कि सावन में घास में कई कीड़े मकोड़े लग जाते हैं. ऐसे में गाय और भैंस इन कीड़ों को घास के साथ चरती है. ऐसे में इसका असर दूध पर पड़ता हैं. ऐसे में कच्चे दूध का सेवन नुकसानदायक हो सकता है.  इसके साथ ही इसी दूध से दही भी बनती हैं. ऐसे में दही के सेवन की भी मनाही इस सीजन में होती है.


सावन में न करें कढ़ी का सेवन
कढ़ी को बनाने के लिए दही की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में कढ़ी का सेवन भी स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है. कढ़ी के सेवन से हमारे पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है. दही में मौजूद एसिड वात समस्या का कारण बन सकता है. ऐसे में कोशिश करें कि इस मौसम में कढ़ी, दही और दूध से बनी किसी भी चीज का सेवन कम से कम करें. 


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