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खांसी शुरू होने के 72 घंटों तक ली दवा तो जम सकता है बलगम, जानें तब तक क्या
अगर बदलते मौसम में खांसी के साथ बुखार भी हो तो यह सांस की नली या फेफड़ों में इंफेक्शन का संकेत हो सकता है. अगर बुखार ज्यादा हो और तीन दिन से ज्यादा रहे तो डॉक्टर से मिलकर इलाज कराएं.
Cough Ayurvedic Remedies: मौमस में बदलाव और ठंडी हवाओं के चलने से कुछ लोगों को खांसी की समस्या होती है. दमा के मरीजों या एलर्जी वालों को खांसी आने की ज्यादा परेशानी हो सकती है. यह ऐसा मौसम होता है, जिसमें इम्यूनिटी कमजोर होती है, ऐसे में खानपान और रहन-सहन का विशेष ख्याल रना चाहिए. खांसी में ज्यादा तली-भुनी चीजें खाना सही नहीं होता है. कई बार पॉल्यूशन की वजह से भी खांसी आती है. अगर बदलते मौसम में खांसी के साथ बुखार भी हो तो यह सांस की नली या फेफड़ों में इंफेक्शन का संकेत हो सकता है. अगर बुखार ज्यादा हो और तीन दिन से ज्यादा रहे तो डॉक्टर से मिलकर इलाज कराएं. सामान्य खांसी या कम बुखार होने पर तीन दिनों तक घरेलू उपाय कर सकते हैं. इसके बाद मेडिसिन की तरफ जा सकते हैं.
आयुर्वेद उपाय दूर करेगी खांसी
खांसी आने के 72 घंटे यानी तीन दिनों तक खांसी को रोकने के लिए एंटीबायोटिक या एंटीएलर्जी मेडिसिन से बचना चाहिए. इन दवाईयों को जल्दी शुरू करने से छाती में मौजूद बलगम वहीं जम सकता है. इससे परेशानी पूरी तरह खत्म नहीं होगी. दमा या टीबी या फिर सांस के मरीजों में गंभीर परेशानी होने पर आयुर्वेद के साथ एलोपैथ की मदद ले सकते हैं.
खांसी आने पर क्या करें
1. सुबह टूथपेस्ट-ब्रश की बजाय नीम का दातुन करें.
2. दिन में किसी भी समय 20-25 ml तिल या नारियल का तेल मुंह में 5 से 7 मिनट तक रखें और फिर कुल्ला करें.
3. 50 ml सरसों के तेल में 2 चुटकी नमक मिलाकर दो मिनट गर्म कर सीने की मालिश करें.
4. सुबह नाक में तिल या सरसों या बादाम का तेल लगाएं.
5. दिनभर में 2 से 3 लीटर गुनगुना पानी पिएं.
6. गला खराब है तो गुनगुना पानी में सेंधा नमक मिलाकर गरारे करें. गुनगुने पानी में फिटकरी मिलाना भी फायदेमंद होता है.
खांसी आने पर दिनभर क्या करें
1. मुलेठी, तुलसी या आयुर्वेद में बताई गई औषधियों को चूसने से खांसी दूर हो सकती है.
2. डॉक्टर या वैद्य के पास जाएं तो गले को चेक करने को कहें.
3. गुनगुने पानी में हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारे करें.
4. दो से तीन ग्राम मुलेठी पाउडर को आधा चम्मच शहद में मिलाकर लें.
5. गले में खराश होने पर 1 चम्मच शहद में 5 बूंदें तुलसी या अदरक का रस मिलाकर कम से कम तीन बार पिएं.
खांसी आने पर करें कुंजल क्रिया
सुबह फ्रेश होने के बाद खाली पेट कम से कम 2-3 लीटर गुनगुना पानी लेकर उसमें नमक मिलाएं. अब उकड़ू बैठकर इस पानी को तब तक पिएं जब तक यह न लगे कि अब नहीं पी सकते हैं. इसके बाद सीधे खड़े होकर 2-4 मिनट रुकें और फिर झुककर सीधे हाथ की बीच की उंगली को जीभ की जड़ को स्पर्श करें. ऐसा करने से उल्टी होगी. मुंह से पानी निकलेगा. एक बार पानी निकलने के बाद दो से तीन बार ऐसा कर सकते हैं. इस क्रिया से किसी भी तरह की खांसी, पाचन से जुड़ी समस्याएं कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
खांसी को कंट्रोल करने प्राणायाम करें
अनुलोम-विलोम- 5 मिनट
गहरी सांस- कम से कम 10 बार
उज्जयी प्राणायाम- कम से कम 20 बार
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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