Benefits of Walking Barefoot on Grass: हमको हमेशा सुबह-सुबह नर्म और हरी घास पर नंगे पैर चलने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा मिट्टी और रेत पर भी नंगे पांव सुबह और शाम करीब 50 मिनट जरूर चलना चाहिए. क्या आपको पता है कि घास पर नंगे पांव चलने से आपकी सेहत को कई तरह से फायदा होता है. जी हां नंगे पांव हरी घास पर पैदल चलने से तनाव भी कम होता है. इसके साथ ही आंखो की रोशनी भी इंप्रूव होती हैं. ऐसे में हम यहां आपको बताएंगे कि आपको नंगे पांव घास पर पैदल चलने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं. चलिए जानते हैं.


आंखों की रोशनी- सुबह-सुबह जब घास पर नंगे पैर चलते हैं तो हमारी बॉडी का पूरा प्रेशर पैरों के अंगूठों पर होता है. इन प्वाइंट्स की मदद से आंखों की रोशनी इंप्रूव होती है. इसके अलावा हरे रंग की घास देखने से आंखों को राहत मिलती है.


एलर्जी का इलाज- ग्रीन थेरेपी का मुख्य अंग है. हरी-भरी घास पर नंगे पैर चलना या बैठना. सुबह-सुबह ओस में भीगी घास पर चलना बहुत बेहतर माना जाता है. जो पांवों के नीचे की कोमल कोशिकाओं से जुड़ी तंत्रिकाओं से मस्तिष्क कर राहत पहुंचाता है.


पैरों की एक्सरसाइज होती है- सुबह-सुबह नंगे पैर घास पर चलने से पैरों की अच्छी एक्सरसाइज होती है. इससे पैरों की मांसपेशियों तलवों और घुटनों को रिलेक्स मिलता है.


तनाव से मिलता है आराम- सुबह-सुबह नंगे पैर घास पर चलने से दिमाग शांत रहता है. सुबह ताजा हवा, सूरज की रोशनी , हरियाली दिमाग को तरोताजा कर देती है. इस तरह से रोज घास पर चलने से आप काफी रिलेक्स और डिप्रेशन से दूर रहते हैं इसलिए आपको रोजाना नंगे पांव घास पर जरूर चलना चाहिए.


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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.