Diabetes Medicine :भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ICMR का एक आंकड़ा बताता है कि भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोग शुगर के मरीज हैं. इसका सबसे बड़ा कारण खराब खानपान, बिगड़ी लाइफस्टाइल और जेनेटिक है. डायबटीज मुख्य तौर पर दो तरह की होती है.
पहला- टाइप-1, जो ऑटो इम्यून बीमारी है इसमें इंसुलिन लेना पड़ता है. दूसरा-टाइप-2 डायबिटीज, जो खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से होती है. ये मरीज दवा की मदद से शुगर लेवल कंट्रोल करते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि उनकी दवा खाने का सबसे सही टाइम कौन सा होता है. आइए जानते हैं...
दिन में कितनी बार खानी चाहिए शुगर की दवा
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि, डायबिटीज के मरीजों को दवा खाने के समय का सही तरह ध्यान रखना चाहिए. सही समय पर दवा लेने से ही इसका बेहतर रिजल्ट मिल पाता है. टाइप 2 डायबिटीज के ज्यादातर मरीज दिन में एक या दो बार दवा लिया करते हैं. वे इस दवा को कब लेते हैं, इस पर भी शुगर कंट्रोल होना काफी निर्भर करता है. अगर शुगर लेवल हमेशा बढ़ा रहता है तो दवा दिन में दो बार खानी चाहिए.
डायबिटीज की दवा कब-कब खानी चाहिए
सुबह ब्रेकफास्ट और रात में डिनर के बाद शुगर की दवा लेना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. डॉक्टरों का कहना है कि खाने के 25 मिनट के अंदर दवा लेनी चाहिए. इससे ज्यादा देरी करने से बचना चाहिए. खाली पेट भी डायबिटीज की दवा नहीं खानी चाहिए.
कब लेना चाहिए इंसुलिन इंजेक्शन
डॉक्टरों का कहना है कि टाइप-1 डायबिटीज मरीजों को आमतौर पर इंसुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है. हालांकि, कुछ मामलों में टाइप-2 डायबिटीज के मरीज भी इसे ले सकते हैं. ऐसा दवाईयों से शुगर कंट्रोल न हो पाने के बाद किया जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, खाना खाने के 20-25 मिनट पहले ही इंसुलिन का इंजेक्शन लेना चाहिए. इसके बाद ही कुछ खाना चाहिए.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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