Brain Tumor Symptoms: तेजी से बदलती लाइफस्टाइल में कम ही लोग ऐसे होंगे जिन्हें सिरदर्द (Headache) की शिकायत न हो. ऐसा उनके बिजी शेड्यूल की वजह से हो सकता है. यही वजह है कि जब सिरदर्द होता है तो लोग उसे हल्के में ले लेते हैं और पेन किलर खाकर उसे ठीक करने की कोशिश करते हैं. ऐसा करना आपको मुसीबत में भी डाल सकता है. क्योंकि कई बार सिर में होने वाला हल्का सा दर्द भी ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) का लक्षण हो सकता है.
इसलिए बॉडी में हो रहे इस तरह की बदलाव को इग्नोर करने से बचें और तत्काल डॉक्टर की सलाह लें. यहां जानिए ब्रेन ट्यूमर के लक्षण और आपको कब समझ जाना चाहिए कि अब डॉक्टर के पास जाने की जरुरत है...
ब्रेन ट्यूमर क्या है?
दिमाग में अनकंट्रोल्ड और एबनॉर्मल तरीके से सेल्स की वृद्धि को ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है. यह दो तरह का होता है. पहला प्राइमरी और दूसरा सेकेंडरी. प्राइमरी ट्यूमर में मस्तिष्क की कोशिका असामान्य रूप से बढ़ती है. सेकेंडरी ट्यूमर में शरीर के अन्य हिस्सों से भी असामान्य कोशिकाएं मस्तिष्क में फैलने लगती हैं. प्राइमरी के मुताबिक सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर काफी तेजी से फैलता है.
स्तन, फेफड़े, गुर्दे और स्किन के कैंसर भी आमतौर पर दिमाग में फैल जाते हैं और यह जानलेवा हो जाता है.
ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण
- सिर में तेज दर्द होना
- चक्कर या उल्टी आना
- शरीर में कमजोरी महसूस होना
- खड़े होने या चलने में संतुलन खोना
- सुनने या बोलने में परेशानी होना
- दौरा पड़ना
क्या करें, क्या न करें
सिर में दर्द होना आम बात है, ऐसे में हल्का दर्द होने पर डॉक्टर के पास भागने की बजाय थोड़ा आराम करना चाहिए लेकिन अगर तब भी यह दर्द ठीक नहीं हो रहा है और पेनकिलर से भी खत्म नहीं हो रहा है तब आपको डॉक्टर की सलाह होनी चाहिए. इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर अगर आप पेन किलर खा रहे हैं और जब तक दवाई का असर है, तब तक दर्द ठीक है और उसके बाद फिर से शुरू हो जा रहा है कि तो बार-बार दवा न खाएं और डॉक्टर को दिखाएं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सही समय पर ब्रेन ट्यूमर का पता चल जाए तो इसे ठीक किया जा सकता है. खानपान पर भी विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए। हेल्दी लाइफस्टाइल, एक्सरसाइज और अच्छी नींद भी जरुर लेनी चाहिए.