Cancer Myths : कैंसर बेहद खतरनाक और जानलेवा बीमारी है. पूरी दुनिया में हो रही मौतों में से यह एक बड़ी वजह है. हालांकि, इस बीमारी को लेकर लोगों में काफी गलतफहमियां भी हैं. कुछ लोगों का मानना है कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से भी कैंसर (Cancer) हो सकता है. कई तरह के मेकअप वाले आइटम कैंसर की बीमारी को जन्म दे सकते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में खतरनाक केमिकल मिलाए जाते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कैंसर और कॉस्मेटिक से जुड़े कुछ मिथ और फैक्ट्स के बारे में...
Myth : पाउडर बनता है कैंसर का कारण
Fact : एक्सपर्ट्स का कहना है टैल्कम पाउडर या कॉम्पैक्ट पाउडर स्किन के लिए हानिकारक होते हैं. चूंकि ये बिल्कुल बारीक पिसे होते हैं तो त्वचा के रोम छिद्रों को बंद कर सकते हैं. इससे ऑक्सीजन अंदर तक नहीं पहुंच पाता और स्किन की हेल्दी सेल्स नष्ट होने लगते हैं, जिससे त्वचा जल्दी बूढ़ी हो जाती है. इससे त्वचा पर चकत्ते भी निकल सकते हैं. हर तरह के पाउडर से कैंसर नहीं फैलता है लेकिन कुछ टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस और स्पास्टिस नाम के पदार्थ पाए जाते हैं, जो लंग्स कैंसर का कारण बन सकते हैं.
Myth : नेल पॉलिश या नेल पेंट रिमूवर से कैंसर का खतरा
Fact : डॉक्टर के अनुसार, नेल पॉलिश में टोलुनिन, फॉर्मलडिहाइड और डिब्यूटाइल थैलेट जैसे खतरनाक केमिकल पाए जाते हैं, जबकि नेल पेंट रिमूवर एसीटोन से बनता है. कुछ स्टडी में दावा किया गया है कि नेल पेंट्स में मौजूद केमिकल स्किन में आसानी से अंदर तक चले जा सकते हैं. इन प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से हार्मोन परिवर्तन, डायबिटीज और थायरॉयड असंतुलित हो सकता है. इससे आंखों में जलन, किडनी और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है. हालांकि, कैंसर को लेकर अभी ज्यादा शोध की जरूरत है.
Myth : इंटिमेट वॉश यूज करने से हो सकता है कैंसर
Fact : इंटिमेट वॉश महिलाएं अपना प्राइवेट पार्ट के हाइजीन को मेंटेन करती हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस प्रोडक्ट से वजाइना के हेल्दी बैक्टीरिया माइक्रोफ्लोरा नष्ट हो जाते हैं. इससे फंगल इंफेक्शन, यूटीआई, एचपीवी जैसे इंफेक्शन के लिए सेंसेटिव हो जाते हैं. इंटिमेट वॉश में मौजूद केमिकल गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं.
Myth : हेयर रिमूवल क्रीम से स्किन कैंसर होता है
Fact : एक्सपर्ट्स का कहना है कि हेयर रिमूवल क्रीम स्किन में कई दाग दे सकते हैं.इन क्रीम में बालों को जलाने वाले थियोग्लाइकोलिक एसिड पाए जाते हैं. इससे बाल, नाखून और त्वचा की बाहरी सतह की सुरक्षा करने वाले प्रोटीन घुल जाते हैं. इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से स्किन से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं लेकिन कैंसर को लेकर अभी तक सबूत नहीं मिले हैं.
Myth : हेयर डाई से कैंसर का रिस्क
Fact : एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हेयर डाई कई तरह के केमिकल्स से बनते हैं, जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं. इससे स्किन एलर्जी की समस्या हो सकती है. इतना ही नहीं हार्मोन परिवर्तन और कुछ तरह के कैंसर का जोखिम भी बढ़ा सकते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हमेशा हेयर डाई कराने वालों में बाकी लोगों की तुलना में ब्लैडर कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और ब्लड कैंसर का जोखिम ज्यादा रहता है. हेयर डाई बनाने वालों को भी कैंसर का ज्यादा खतरा रहता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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