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Myths Vs Facts: क्या एक बार कैंसर होने के बाद अस्पताल में ही गुजर जाती है जिंदगी? जानें सच

नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार Cancer.gov पर जानकारी दी गई है कि कैंसर के 100 से ज्यादा प्रकार हैं. जिनमें से बहुत को लेकर लोगों में कंफ्यूजन है. इसका कारण कैंसर को लेकर जागरुकता का न हो पाना है.

Cancer Myths : कैंसर एक जानलेवा बीमारी है. दुनियाभर में लाखों की संख्या में लोग हर साल इसकी चपेट में आ रहे हैं. भारत में भी इस बीमारी का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. यही कारण है कि सरकार भी इसे लेकर काफी सक्रिय है. इसकी झलक बजट 2024 में भी देखने को मिली, जब कैंसर की तीन दवाईयों सस्ती कर दी गई. डॉक्टरों का कहना है कि अगर कैंसर की सही समय पर पहचान कर लिया जाए तो इससे बचा जा सकता है. हालांकि, इस बीमारी को लेकर कई तरह के मिथ भी हैं, जिससे कई तरह के कंफ्यूजन हो रहे हैं. ऐसे में यहां दूर करें इस बीमारी से जुड़े सभी भ्रम...
 
Myth : कैंसर होने का मतलब बच पाना मुश्किल है.
Fact : कैंसर से हमेशा मौत हो जाती है, इस तरह का भ्रम हमेशा डराने वाला होता है. जिसकी वजह से घर-परिवार में अजीब का माहौल बन जाता है, जो गलता है. दरअसल, कैंसर का इलाज कई कारणों पर निर्भर करता है. जैसे- कौन सा कैंसर हुआ है, कैंसर का स्टेज क्या है, मरीज की ओवरऑल हेल्थ कैसी है. कई कैंसर अगर समय पर पता चल जाएं तो उनका इलाज हो सकता है. 

Myth : कैंसर फ्लू की तरह एक इंसान से दूसरे में फैल सकता है
Fact : कैंसर संक्रामक बीमारी नहीं है. यह एक से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है. कैंसर किसी इंसान की शरीर में कोशिकाओं के आसामान्य तौर पर बढ़ने से होता है. इसलिए इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि कैंसर एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.

Myth : ज्यादा उम्र में कैंसर का इलाज संभव ही नहीं है
Fact : हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक,सिर्फ उम्र के आधार पर तय नहीं करना चाहिए कि कैंसर का इलाज संभव है या नहीं. कैंसर का इलाज किसी भी उम्र में किया जा सकता है. इससे उम्रदराज लोग भी बच सकते हैं.

Myth : हर गांठ कैंसर ही होती है
Fact : इसमें कोई सच्चाई नहीं कि सभी गांठें कैंसर ही हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, ब्रेस्ट पर गांठ हमेशा कैंसर नहीं होती. करीब  10% से 20% गांठें कैंसर होती हैं, बाकी नॉर्मल हो सकती है. इसका पता लगाने के लिए सही समय पर जांच करवानी चाहिए. ब्रेस्ट कैंसर के लिए फैमिली हिस्ट्री, उम्र, हार्मोनल कारण पर ध्यान देना चाहिए.

Myth : कैंसर मरीज को हमेशा अस्पताल में ही रहना पड़ता है
Fact : कैंसर के लास्ट स्टेज में मरीजों को ज्यादतर समय अस्पताल में ही रहना पड़ता है. जहां उनका इलाज और देखभाल की जाती है. हालांकि, कैंसर के कई मामलों में हर समय अस्पताल में नहीं रहना पड़ता है. डॉक्टरों का मानना है कि कई मरीज अस्पताल की बजाय परिवार के बीच जल्दी से ठीक होते हैं. हालांकि, अस्पताल में भर्ती होना और सही देखभाल जरूरी है, लेकिन सभी कैंसर मरीजों को अस्पताल में हमेशा नहीं रहना पड़ता है.

Myth : लाइफस्टाइल बेहतर बनाकर कैंसर को हरा सकते हैं
Fact : हेल्दी और एक्टिव लाइफस्टाइल से कैंसर का इलाज संभव है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है. संतुलित आहार, पर्याप्त एक्सरसाइज, हेल्दी लाइफस्टाइल से कैंसर को रोका जरूर जा सकता है लेकिन यह इलाज का विकल्प नहीं हो सकता है. कैंसर का इलाज आमतौर पर सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी जैसी चीजों से होता है, जो कैंसर के स्टेज पर निर्भर करता है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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